देवघर(DEOGHAR): सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो आने वाले दिनों में देवघर को अत्याधुनिक 100 बेड का तीर्थ यात्री अस्पताल एवं ट्रॉमा सेंटर की सौगात मिल सकता है. जिस रफ्तार से देवघर का विकास हो रहा है उसे देखते हुए अति आवश्यक हो गया यहां ट्रामा सेंटर. इसको लेकर पुराना सदर अस्पताल में 100 बेड का तीर्थ यात्री अस्पताल ट्रॉमा सेंटर बनाने की योजना तैयार की गई है. देवघर सिविल सर्जन ने देवघर जिला योजना समिति के अध्यक्ष सह उपायुक्त को एक प्रस्ताव भेजा है.
तीर्थ यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी
देवघर एक विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थली होने के कारण यहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. जिस तरह से सड़क और शहर का विकास हो रहा है ऐसे में तीर्थ यात्रियों की हर सुविधा मुहैया कराना प्रशासन की प्राथमिकता होती है. खासकर बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया एक बड़ी चुनौती साबित होती है. अप्रिय दुर्घटना होने पर आनन फानन की स्थिति हो जाती है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने 100 बेड का तीर्थ यात्री अस्पताल ट्रामा सेंटर पुराना सदर अस्पताल में खोलने का निर्णय लिया है. इसका डीपीआर भी तैयार कर भेज दिया गया है.
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा अस्पताल
सिविल सर्जन डॉक्टर रंजन सिंह के द्वारा भेजे गए प्रस्ताव की कार्य योजना के अनुसार पुराना सदर अस्पताल में 100 बेड का अस्पताल जिसे भविष्य में 300 बेड तक किया जा सकता है और पांच मंजिला भवन निर्माण करने का प्रस्ताव भेजा गया है. अत्याधुनिक सुविधा से युक्त 100 बेड के अस्पताल पर करोड़ों रुपए खर्च किए जाएंगे. आवश्यकता का आकलन करते हुए मेडिकल, सफाई,मानव बल,दवा इत्यादि के लिए भी करोड़ों रुपए खर्च होंगे. अत्याधुनिक मशीन से लैस 100 बेड निर्माण, एक से एक विशेषज्ञ चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति की भी मांग की गई है. देवघर में जरूरत के हिसाब से यहां ट्रामा सेंटर की मांग है जिसके लिए प्रस्ताव कई बार भेजा जा चुका है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा भेजे गए प्रस्ताव में अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो आने वाले श्रावणी मेला के दौरान तीर्थ यात्री अस्पताल बहुत हद तक संचालित हो जाएगा. अब सिविल सर्जन के प्रस्ताव का उपायुक्त के माध्यम से संबंधित विभाग को भेजना बाकी है. उम्मीद की जा रही है कि सरकार इस ओर सकारात्मक कदम उठाएगी तो देवघर को 100 बेड का तीर्थ यात्री अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर मिल सकता है.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा