धनबाद(DHANBAD): प्रेमी से ही शादी करने की जिद पर अड़ी भूली की युवती अपने मकसद के लगभग करीब पहुंच गई है. शनिवार को पुलिस सुरक्षा में वह 164 के बयान के लिए कोर्ट पहुंची थी. 164 में उसका बयान हुआ. इस बीच लड़का और लड़की के परिवार वाले भी कोर्ट परिसर पहुंचे हुए थे. दोनों परिवारों ने आपस में विचार -विमर्श किया. तय हुआ कि शादी करा दी जाये. लड़के के फुफा भोगन महतो की मानें तो दोनों पक्ष शादी को राजी है. लड़का भी तैयार हो गया है. पहले विरोध कर रहा था, लेकिन समझाने-बुझाने के बाद मान गया है. सिर्फ तिथि तय नहीं हुई है. तिथि तय कर जल्द ही दोनों की शादी करा दी जाएगी.
तिथि तय कर जल्द ही दोनों की शादी करा दी जाएगी
इधर, प्रेमी से ही शादी करने की जिद पर अड़ी युवती की चर्चा कोयलांचल के हर जुबान पर है. लोग इस मामले को अपने-अपने ढंग से बयां कर रहे है. प्रेमी की बेवफाई से नाराज धनबाद की भूली की रहने वाली युवती 3 दिनों तक राजगंज के महेशपुर गांव स्थित प्रेमी उत्तम महतो उर्फ़ उत्तम पटेल के घर के बाहर इस कड़ाके की ठंड में धरने पर बैठी रही. प्रेमी तो नहीं आया, लेकिन लगभग 60 घंटे बाद पुलिस ने युवती को बलपूर्वक उठा कर बाघमारा के महिला थाना में भेज दिया. युवती का कहना था कि वह उत्तम से शादी के बाद ही धरना तोड़ेगी. शनिवार को पुलिस ने युवती का 164 के तहत कोर्ट में बयान दर्ज कराया. पुलिस युवती को लेकर कोर्ट पहुंची थी. उधर, शुक्रवार को पीड़िता के गांव की महिलाएं महेशपुर गांव स्थित आरोपी के घर पहुंची. कुछ महिलाओं ने घर में मौजूद आरोपी की बहनों को बाहर निकाला और फजीहत की.
शुक्रवार को भूली की महिलाएं पहुंची थी महेशपुर
आक्रोशित महिलाओं का कहना था कि उत्तम के घर वालों को पूरे मामले की जानकारी थी. बावजूद युवती को परेशान किया गया. लड़के के परिवार के सभी लोग इस कुकृत्य में शामिल है. हल्ला हो रहा था कि लड़के के घर वालों ने साजिश के तहत लड़की को पुलिस के हवाले किया है. इधर, प्रेमी बनकर शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने की शिकायत पर राजगंज में आरोपी उत्तम महतो सहित अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. लड़की की शिकायत है कि उत्तम ने विवाह का प्रलोभन देकर 4 वर्षों से उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया और अब शादी से इंकार कर रहा है. इस पूरे घटनाक्रम में आरोपी व उसके परिजनों का संरक्षण है. युवती इस कड़ाके की ठंड में लगातार तीन दिनों तक प्रेमी के घर के बाहर धरने पर रही. गांव वालों को दया आई तो आग का प्रबंध किया. ठंड से बचाव के लिए कंबल दिए, खाने के लिए भोजन दिया, इतना सब हो जाने के बाद भी युवती अपने निर्णय पर अडिग है. देखना है इस मामले में आगे होता क्या है.
रिपोर्ट: शांभवी के साथ संतोष