रांची (RANCHI): देश में आज ही के दिन 1975 में आपातकाल लागू किया गया था.जिसके बाद से ही वर्ष भाजपा इसे काला दिवस के रूप में माना रही है,इसी कड़ी में आपातकाल दिवस के रूप में झारखंड में भाजपा कई कार्यक्रम आयोजित कर कांग्रेस पर निशाना साधा है.राजधानी रांची में सभी विधानसभा में प्रबुद्ध सम्मेलन आयोजन किया गया.इस कार्यक्रम में भाजपा विधायकदल नेता बाबूलाल मरांडी,सांसद संजय सेठ,विधायक नवीन जयसवाल समेत सैकड़ों लोग शामिल हुए.इस दौरान बाबूलाल ने कहा कि 1975 तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी में देश के लोकतंत्र की हत्या देश के लोकतंत्र की हत्या की थी, यह उसी परिवार से आती हैं जिनके एक राजकुमार विदेशों में जाकर भारत का नाम बदनाम करते हैं इन लोगों को आपातकाल याद नहीं है अगर याद होता लोकतंत्र की हत्या की बात यह नहीं करते बाबूलाल ने कहा कि देश में बोलने की आजादी छीन लेना इससे बड़ा लोकतंत्र की हत्या और कुछ नहीं हो सकता उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में लोगों को बोलने की आजादी है लिखने की आजादी है और यह लोग इस दौर को लोकतंत्र की हत्या बता रहे हैं नरेंद्र मोदी की सरकार में जितना ज्यादा बोलने की आजादी सभी लोगों को है उतना कभी नहीं थी आज आज देसी नहीं विदेश में प्रधानमंत्री देश का नाम बढ़ा रहे हैं हमारा देश विश्व गुरु बन गया है कोई देश का प्रधानमंत्री पैर छूकर प्रणाम करता है तो कोई इन के सम्मान में इनका ऑटोग्राफ मांगता है यह तमाम थी कांग्रेस के लोगों को पच नहीं रही.
सांसद संजय सेठ ने कहा कि देश में आपातकाल दुनिया के सबसे लोकतंत्र में एक काला धब्बा है.उन्होंने कहा कि अब इस आपातकाल के बारे में चर्चा कर रहे है क्योंकि देश में लोगों को भूलने की आदत है. हम हमेशा इसे याद करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि एक राजकुमार देश से बाहर जा कर देश के लोकतंत्र के बारे में अटपटा बयान दे रहा है,उसका कहना है कि देश में कोर्ट और सभी संस्था सही काम नहीं कर रही है.सभी लोगों को राजकुमार से पूछना चाहिए कि आखिर उनकी दादी ने क्या किया था.1975 में देश में बोलने की आजादी खत्म कर दी गई थी.लोकतंत्र का गला घोटने वाले को शर्म आनी चाहिए.
हटिया विधायक नवीन जायसवाल ने कहा कि १९७५ को इलाहाबाद हाई कोर्ट से प्रधानमन्त्री इंदिरा गांधी की सदस्यता रद्द कर दी थी.जिसके बाद इंदिरा ने आधी रात आपातकाल लगा कर लोक तंत्र की हत्या कर दिया था. उन्होंने कहा कि इस दौरान कोई भी उन पर सवाल उठाता था उसे जेल भेज दिया करते थे.यह दिन देश के लिए काला दिन था. हर साल इस दिन हम देश भर में कार्यक्रम आयोजन कर उस दिन को याद करते है. कांग्रेस आज हल्ला मचाती है कि देश में लोकतंत्र खतरे में यह वही बात हुई 80चूहा खा कर बिल्ली चली हज को,जो खुद लोकतंत्र की हत्या कर चुकी है उसके जबान से ऐसी बात अच्छी नहीं लगती.