रांची(RANCHI): 50 दिन से आन्दोलनरत पंचायत सचिवालय स्वयं सेवक संघ के कर्मियों के सब्र का बांध टूट गया. सभी आन्दोलनरत कर्मी मुख्यमंत्री आवास घेराव करने पहुंच गए. इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए. पुलिस प्रशासन की ओर से बैरिकेटिंग कर सभी को मोरहबादी में ही रोक दिया गया. लेकिन सभी सड़क पर ही धरने पर बैठ गए,और सरकार से वार्ता की मांग कर रहे हैं. बता दे कि पंचायत सचिवालय स्वयं सेवक संघ के लोग समायोजन की मांग को लेकर समय-समय पर राजधानी में इकट्ठा होकर अपनी आवाज उठा रहे हैं. लेकिन हर बार आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला.
रांची के ऐतिहासिक मोराबादी मैदान में झारखंड के विभिन्न जिलों से आए पंचायत सचिवालय सेवक संघ कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के लिए मोरहबादी मैदान में जमा होकर निकले. लेकिन प्रशासन द्वारा अंदिलनरत कर्मचारियों को मोरहबादी में ही रोक दिया गया. इसके बाद कर्मचारियों ने बैरिकेटिंग तोड़ने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो पाए. इसके बाद सभी कर्मचारी सड़क पर ही धरने पर बैठ गए और सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता या फिर आज कोई निर्णायक वार्ता नहीं की जाती है तो उग्र आंदोलन के लिए यह मजबूर हो जाएंगे.
प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ने बताया कि पंचायत सचिवालय स्वयं सेवक संघ लंबे समय से आंदोलन कर रहे है.इससे पहले विधानसभा का घेराव किया लेकिन किसी ने उनकी बात को नहीं सुना. अब मुख्यमंत्री के बाद मंत्रालय और मंत्री आलमगीर आलाम का घेराव करने को मजबूर होंगे. साथ ही मंत्री आलमगीर आलाम के आवास पर अनिश्चितकालीन धरना देने को मजबूर होंगे.
रिपोर्ट: पूर्णिमा / समीर