देवघर(DEOGHAR):शनिवार को केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस देवघर पहुंचे. जहां बाबा मंदिर में पूजा अर्चना और जिला लोजपा कार्यालय का उदघाटन करने देवघर आये. केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि देश की लगभग 85 प्रतिशत मतदाता नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं. इसलिए आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में NDA गठबंधन दो तिहाई बहुमत से सरकार बनाएगी.
बाबा मंदिर पहुंचे केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस
पशुपति पारस ने कहा कि आजादी के बाद मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं जिनकी लोकप्रियता देश ही नहीं विदेशों में भी है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश मे 1 अरब 40 करोड़ की आबादी में 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में अनाज दिया जा रहा है. पीएम मोदी की सोच है कि देश में आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक दृष्टिकोण से कमजोर वर्ग को समाज की मुख्य धारा से जोड़ना है. इस ओर प्रधानमंत्री लगातार प्रयासरत है.
बीजेपी विरोधी पार्टियों में हैं पीएम पद के कई दावेदार
लोजपा प्रमुख और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस ने बिहार में पिछले दिनों हुए विपक्षी पार्टियों की बैठक पर कटाक्ष करते हुए बोला कि इन लोगों में एकजुटता कभी नहीं बन सकती. सभी मे भाषा, धर्म, जाति को लेकर एकजुटता नहीं है. हर दल का नेता प्रधानमंत्री बनना चाहता है.
बाबा मंदिर में कुव्यवस्था के शिकार हुए केंद्रीय मंत्री
देवघर जिला लोजपा कार्यालय का उदघाटन करने से पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस बाबा मंदिर पहुंचे. विधि-विधान से संकल्प लेने के बाद जैसे ही वो बाबा बैद्यनाथ की पूजा-अर्चना करने के लिए पील पाया गेट से गर्भ गृह घुसने वाले थे. तभी पुरोहित समाज और पुलिस कर्मियों के बीच विवाद हो गया. गहरा विवाद होने की वजह से केंद्रीय मंत्री गर्भ गृह नहीं जा सके. बाद में इन्होंने मंदिर प्रांगण में ही पूजा किया. गर्भ गृह में नहीं घुसने पर पुलिस कर्मियों की ओर से अतिरिक्त बल मंगवाने की बात मंत्री से की गई. जिसको इन्होंने मना कर दिया.
श्रावणी मेला में कैसा व्यवस्था रहेग
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम एक जनप्रतिनिधि है, और लाठी डंडे से किसी श्रद्धालु को कष्ट न हो इसलिए पूजा बाहर ही किया. मंदिर के अंदर पुरोहित के व्यवहार से दुखी पशुपति पारस ने कहा कि बाबा की जो इच्छा. बाबा मंदिर में केंद्रीय मंत्री का गर्भगृह में पूजा-अर्चना नहीं करना प्रशासनिक व्यवस्था पर उंगली उठा रही है. आगामी 4 जुलाई से शुरू हो रहे श्रावणी मेला में कैसा व्यवस्था रहेगी यह देखना होगा.
रिपोर्ट-रितुराज सिन्हा