☰
✕
  • Jharkhand
  • Bihar
  • Politics
  • Business
  • Sports
  • National
  • Crime Post
  • Life Style
  • TNP Special Stories
  • Health Post
  • Foodly Post
  • Big Stories
  • Know your Neta ji
  • Entertainment
  • Art & Culture
  • Know Your MLA
  • Lok Sabha Chunav 2024
  • Local News
  • Tour & Travel
  • TNP Photo
  • Techno Post
  • Special Stories
  • LS Election 2024
  • covid -19
  • TNP Explainer
  • Blogs
  • Trending
  • Education & Job
  • News Update
  • Special Story
  • Religion
  • YouTube
  1. Home
  2. /
  3. News Update

पारस HEC अस्पताल ने CME का किया आयोजन, मरीजों की सुरक्षित देखभाल के बारे में दी जानकारी

पारस HEC अस्पताल ने CME का किया आयोजन, मरीजों की सुरक्षित देखभाल के बारे में दी जानकारी

रांची(RANCHI): चिकित्सा क्षेत्र में विश्वसनीय मुक़ाम हासिल कर चुके पारस एचईसी अस्पताल के तत्वावधान में चिकित्सीय शिक्षा की निरंतरता पर आधारित CME का आयोजन किया गया. राँची के होटल रेडिसन ब्लू में वरिष्ठ चिकित्सकों की उपस्थिति में चिकित्सा से संबंधित वक्तव्य दिया गया. मुख्य वक्ता के रूप में पारस अस्पताल पटना के लैप सर्जरी विभाग के निदेशक डॉ अहमद अब्दुल ने कहा कि CME की आवश्यकता सभी फील्ड को है. ICU में मरीज़ों की देखभाल कैसे सुरक्षित ढंग से की जानी चाहिए, इस पर अपने विचार रखे. हेल्थ इंश्योरेंस की अहमियत पर डॉ अहमद अब्दुल ने ज़ोर डाला.

CME में पारस एचईसी अस्पताल राँची के डॉ संजय कुमार (Medical Director & Vice Chairman Neurosurgery) ने कहा कि पारस एचईसी अस्पताल राँची निरंतर अपने नये-नये विभाग के रूप में कदम बढ़ा रही है ताकि आसपास के मरीज़ों को नयी तकनीक और कम क़ीमत के साथ बेहतर सेवा दी जा सके. उन्होंने कहा कि पारस एचईसी अस्पताल टीमवर्क में विश्वास रखती है. जिसका परिणाम होता है कि बेहतर चिकित्सकों की टीम मरीज़ों को कम समय में बेहतर सेवा देते हुए स्वस्थ करके जल्दी अपने घर को भेज देते हैं.

पारस एचईसी अस्पताल राँची के डॉ मेजर रमेश दास (Director- Dept. of Minimal Access Surgery & General Surgery) ने बताया कि झारखंड में लगभग 15% लोगों को स्टोन (पित्त की थैली में पथरी) की समस्या है, जिसमे से 18% लोगों को ड्यूल स्टोन यानि पित्त की थैली के साथ-साथ पित्त की नली में भी स्टोन(पथरी) की समस्या रहती है.  जिसका एकमात्र इलाज सर्जरी ही है और सामान्यतः दो बार सर्जरी करके इन दोनों जगहों से स्टोन (पथरी) को निकाला जाता है. पारस एचईसी अस्पताल राँची में पहली बार इन दोनों तरह की पथरी का इलाज एक ही साथ सर्जरी के द्वारा किया जा रहा है. पारस अस्पताल ने इस विधि द्वारा अब तक 53 मरीज़ों का सफल सर्जरी किया है, जिसके बारे में CME में जानकारी दी गई.

पारस एचईसी अस्पताल राँची के डॉ चंदन कुमार यादव (Consultant Gastroenterologist) ने बताया कि ड्यूल स्टोन की सर्जरी में अलग-अलग विभाग के चिकित्सकों का टीमवर्क देखने को मिलता है. मरीज़ों को खर्च और परेशानी से बचाने के लिए पारस एचईसी अस्पताल एक ही सीटिंग में पित्त की थैली और पित्त की नली से पथरी की सफल सर्जरी की सुविधा देता है. उन्होंने बताया कि पारस एचईसी अस्पताल किफ़ायती क़ीमत पर सुविधा देता है और मरीज़ों की संतुष्टि हमारा प्राथमिक लक्ष्य है.

Published at:09 Jan 2023 06:40 PM (IST)
Tags:झारखंड रांची पारस अस्पताल
  • YouTube

© Copyrights 2023 CH9 Internet Media Pvt. Ltd. All rights reserved.