पलामू(PALAMU): मेदिनीनगर शहर थाना क्षेत्र में उचक्के घूम रहे हैं. वह कभी शादे लिबास में तो कभी पुलिस के लिबास में महिलाओं को अपना शिकार बनाते हैं और इमोशनल कर या सम्मोहन कर उन्हें अपने चंगुल में फंसा कर उनसे जेवरात ठग कर फरार हो जाते हैं. इस मामले में शहर समेत पलामू जिले की महिलाएं सावधान हो जाएं. शहर में इस प्रकार की यह दूसरी घटना है कि जब उच्चको ने शहर की एक संभ्रांत परिवार की महिला को अपना ठगी का शिकार बनाया.
रविवार की घटना
घटना रविवार को पूर्वाहन 9 बजे की है. शहर थाना क्षेत्र के आढ़त रोड निवासी स्वर्गीय अशोक मखारिया की पत्नी मंजू देवी सदर अस्पताल जा रही थी. इसी बीच दो व्यक्ति अस्पताल गेट के पास खड़े थे. जब महिला गेट के अंदर प्रवेश की तो एक व्यक्ति ने उसे जाकर बोला कि साहब बुला रहे हैं. इस पर महिला ने कहा कि हम क्यों जाएं हम किसी को नहीं जानते हैं. इतने में वह व्यक्ति डपटते हुए बोला कि हम पुलिस वाले हैं. आप लोगों की सुरक्षा के लिए हैं. तब वह महिला उस व्यक्ति के पास गई. उस व्यक्ति ने पूछा कि सरिता देवी नाम की एक महिला है, जो ट्यूशन पढ़ाती है, उसे आप जानते हैं. इस पर मंजू देवी ने कहा कि मैं किसी सरिता को नहीं जानती. इतने में मंजू देवी के आंख के सामने अंधेरा छा गया और उसके बाद उन दोनों उचक्के ने महिला को जो जो बोला वह महिला करती चली गई. गले का चेन, हाथ की अंगूठी और दो चूड़ी जो सभी सोने के थे, उसे उतार कर दे दिया. एक व्यक्ति सादे कागज में नकली गहना मोड़कर उसके साड़ी में बांध दिया और महिला को बोला कि जाओ, जब महिला पीछे हटी तब तक वह दोनों उचक्के मोटरसाइकिल से साहित्य समाज की ओर भागने में सफल रहे.
महिला के उड़े होश
इतने में महिला ने जब उसे खोल कर देखा, तब उसकी होश उड़ गई. वह रोते बिलखते किसी तरह अपने घर पहुंची और अपने पुत्र को लेकर शहर थाना पहुंची. जहां पर महिला ने आपबीती बताई. मंजू देवी ने कहा कि दोनों उचक्के पुलिस की वर्दी में थे. उन लोगों ने कहा कि पुलिस का काम है, सुरक्षा प्रदान करना. आप अकेली गहने पहन कर घर से ना निकले. शहर में कई घटनाएं घट रही हैं. इस संबंध में शहर थाना प्रभारी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और उच्चको को पकड़ने के लिए पुलिस को लगाया गया है.
रिपोर्ट: समीर हुसैन, रांची