रांची(RANCHI): झारखंड विधानसभा का 23 वीं वर्षगांठ बड़े ही धूम धाम से मनाया गया.इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर करने वाले लोगों को प्रशस्ति पत्र दे कर राज्यपाल और मुख्यमंत्री के हाथों सम्मानित किया गया. इसमें पद्म श्री छुटनी देवी भी शामिल थी. लेकिन जब मंच पर बुलाया गया तो उनके नाम के आगे पद्म श्री नहीं लगाया गया. साथ ही छुटनी कुछ बात रखना चाहती थी लेकिन मंच से इन्हे तुरंत हटा दिया गया.इससे पद्म श्री छुटनी देवी नाराज दिखी.बता दे कि छुटनी देवी 1995 से डायन प्रथा के खिलाफ अभियान चला रही है. इस अभियान के लिए ही इन्हे पद्म श्री से सम्मानित किया गया है.
पद्म श्री छुटनी देवी ने कहा कि उन्होंने डायन प्रथा के खिलाफ एक लंबा संघर्ष किया है.कई यतनाए झेलनी पड़ी है. लेकिन जब मंच पर बुलाने की बारी आई तो नाम के आगे पद्म श्री नहीं लगाया गया.इसके अलावा वह कुछ बात लोगों के सामने रखना चाहती रही थी लेकिन मंच से तुरंत हटा दिया गया.इससे उन्हे दुख हुआ है. मालूम हो की पद्म श्री छुटनी देवी के संघर्ष को कई लोग अपना आदर्श मानते है.उनके जैसे खुद भी बनना चाहते है. एक महिला के साथ अगर किसी तरह की प्रताड़ना हो तो वह टूट कर गलत कदम उठा लेती है. लेकिन छुटनी शेरनी के जैसा उठ कर खड़ी हुई और अब लोगों का फैसला खुद करती है.