धनबाद(DHANBAD): कोयलांचल में कोयला उत्पादन कर रही आउटसोर्सिंग कंपनियां प्रदूषण बढ़ाने का कारक बन गई है. यह हम नहीं कहते, धनबाद नगर निगम के अपर नगर आयुक्त की रिपोर्ट कहती है. इसी रिपोर्ट के आधार पर धनबाद नगर निगम के नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार ने बीसीसीएल के सीएमडी को पत्र लिखा है. आउटसोर्सिंग कंपनियां तय मानक का पालन नहीं कर रही है- मसलन खनन क्षेत्र से मुख्य मार्ग को जोड़ने वाली सड़क को पक्का करना, खनन क्षेत्र से मुख्य मार्ग तक सड़क के दोनों किनारे वृक्षारोपण करना, कोयला का परिवहन ढककर करना, मात्रा के अनुरूप लोडिंग एवं रेलवे साइडिंग तक कोयले की ढुलाई कन्वेयर बेल्ट से करना, परिवहन में प्रयुक्त वाहनों के चक्कों की धुलाई के लिए वाशिंग सिस्टम का इंतजाम, वाटर स्प्रिंकल से परिचालन मार्ग पर जल छिड़काव का काम, यह सब करना तो है लेकिन नहीं हो रहा है.
बिल्कुल नहीं हो रहा तय मानकों का पालन
नतीजा है कि प्रदूषण तीव्र गति से बढ़ रहा है और लोगों को बीमार बना रहा है. ऐसी बात नहीं है कि पहली बार यह मामला उजागर हुआ है. इसके पहले भी समय-समय पर आउटसोर्सिंग कंपनियों पर प्रदूषण फैलाने, बेतरतीब ढंग से कोयला निकालने के आरोप लगते रहे है. इस बार निगम सक्रिय हुआ है और प्रदूषण कैसे कम हो, इसको लेकर बीसीसीएल पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है. नगर आयुक्त ने अपने पत्र में लिखा है कि वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने देश के 131 शहरों में स्वच्छ वायु कार्यक्रम शुरू किया था. इस योजना के तहत pm10 का स्तर 40% तक कम करने का टारगेट था.
42 शहरों के लिए सिटी एक्शन प्लान की मंजूरी मिली थी
साथ ही केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने देश के 42 शहरों में वायु गुणवत्ता सुधार के लिए सिटी एक्शन प्लान की मंजूरी दी थी. बीसीसीएल की आउटसोर्सिंग कंपनी कोयले की ढुलाई में निर्धारित सभी मानकों का उल्लंघन कर रही है. कोयलांचल में प्रदूषण कम करने के प्रयासों को सफलता नहीं मिल रही है. निगम के पास लगातार इस तरह की शिकायतें आ रही है. कोयलांचल में लगभग दो दर्जन आउटसोर्सिंग पैच चल रहे है. काम तो आउटसोर्सिंग कंपनियां करती हैं लेकिन सारे इंतजाम को ठीक रखना , एनआईटी के नियम का पालन कराना बीसीसीएल मैनेजमेंट की जिम्मेवारी है. बीसीसीएल में फिलहाल 90% से अधिक कोयले का उत्पादन आउटसोर्सिंग कंपनियां कर रही है. आउटसोर्सिंग कंपनियां सिर्फ प्रदूषण ही नहीं बढ़ा रही बल्कि अन्य गड़बड़ियों की भी शिकायत बीसीसीएल मैनेजमेंट के पास पहुंच रही है.
अभी हाल में ही हुआ था सुरक्षा ऑडिट
अभी हाल ही में धनबाद के उपायुक्त के सुझाव पर बीसीसीएल मैनेजमेंट ने आउटसोर्सिंग कंपनियों की सुरक्षा ऑडिट कराई थी. इसमें सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन का पता चला. बीसीसीएल सीएमडी ने इसपर एतराज भी जताया फिर भी सब कुछ पुराने ढर्रे पर ही चल रहा है. नगर निगम इधर सक्रिय हुआ है तो देखना होगा कि इसका कोई असर होता है अथवा नहीं. यह बात सही है कि आउटसोर्सिंग कंपनियां आने से कोयले का उत्पादन बढ़ गया है लेकिन जिस बेतरतीब ढंग से कोयले का खनन हो रहा है, यह भविष्य के लिए खतरा भी बन सकता है. आउटसोर्सिंग कंपनियों पर कोयला चोरी कराने के आरोप लगते रहे है. देखना होगा की आउटसोर्सिंग कम्पनियों की मनमानी पर कब तक लगाम लग पाता है अथवा सब कुछ पहले की तरह चलता रहेगा.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
