बोकारो(BOKARO ): देश में हो रहे भारी बारिश की वजह से भले ही चारों ओर पानी भरा हुआ है मगर इतनी बारिश में भी लोग पीने के पानी ले लिए तरस रहे है. पानी तो भरपूर है मगर वो पीने योग्य नहीं है. वर्षा के दिनों में ग्रामीणों को पानी न मिलना ये किसी आश्चर्य से काम नहीं है. बता दें कि बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड अंतर्गत बांध पंचायत के ग्रामीणों को इन दिनों पेयजल की समस्या से काफी जूझना पड़ रहा है. इस पंचायत के लोगो को झारखंड सरकार के हर घर नल योजना के तहत पानी मिलता तो जरूर था, परन्तु कई दिनों से ग्रामीणों को पानी मिलन बंद हो गया है. ऐसे में यहाँ के लोग पीने के पानी के लिए तरस रहें है.
स्थानीय मुखिया को ठहराया दोषी
इस संबंध में पंचायत की महिलाओं ने शुक्रवार को बैठक कर निर्णय लेते हुए मुखिया आवास का घेराव किया है. परन्तु मुखिया मुरली देवी के घर मे नही रहने के कारण महिलाएं वहां से बैरंग वापस लौट गए. पेयजल समस्या के लिए महिलाओं ने स्थानीय मुखिया को दोषी ठहराया है. बैठक के दौरान महिलाओं ने स्थानीय मुखिया के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
उग्र आंदोलन की चेतावनी
इस संबंध में महिलाओं ने बताया कि हमारे इलाके में महिला, पुरुष, बच्चे, बुजुर्ग पेयजल की समस्या से काफी जूझ रहे है. उन्हें सिर्फ वर्षों से आश्वासन मिल रहा है. विगत पांच-छः वर्ष पूर्व हर घर नल योजना के तहत झारखंड सरकार ने करोड़ों की लागत से बांध पंचायत में जलमीनार बनवाया है, परन्तु वह भी शोभा की वस्तु बनी हुई है. इस जलमीनार से ग्रामीणों को महीने में तीन-चार दिन ही पानी मिलता है, बाकी दिनों पानी के लिए दूर-दूर तक भटकना पड़ता है. महिलाओं ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि समस्या को जल्द हल नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन किया जायेगा.
मोटर बन जाने के बाद पेयजल की समस्या होगी दूर
वहीं इस संबंध में स्थानीय मुखिया मुरली देवी ने कहा है कि वर्तमान समय में पेयजल आपूर्ति का मोटर खराब हो गया है. मोटर बन जाने के बाद उपभोक्ताओं के पेयजल की समस्या दूर हो जाएगी. साथ ही कहा कि उपभोक्ता समय से जलकर जमा नही करते हैं,जिस वजह से मेंटनेंस में परेशानी होती है।इस कारण भी उपभोक्ताओं को समय से पानी नही मिल पाता है.
रिपोर्ट: संजय कुमार