रांची (RANCHI)- झारखंड विधानसभा चुनाव की घोषणा दशहरा के बाद होने की उम्मीद है. इधर सभी राजनीतिक दल विधानसभा चुनाव की तैयारी लगे हुए हैं. भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशी चयन के लिए एक बड़ी प्रक्रिया पूरी कर ली है. 11 सितंबर को पूरे प्रदेश में 81 विधानसभा क्षेत्र में रायशुमारी कर ली गई है. रायशुमारी के दौरान भाजपा कार्यकर्ता में उत्साह देखा गया.
रायशुमारी कैसे कराई जाती है जानिए
भारतीय जनता पार्टी के अंदर लोकतांत्रिक प्रक्रिया अपनाई जाती है प्रत्याशी चयन में इस प्रक्रिया को अपनाने के लिए राय समाज की जाती है झारखंड विधानसभा चुनाव आ रहा है ऐसे में भाजपा ने सभी विधानसभा क्षेत्र में राजकुमारी का काम पूरा कर लिया है सभी विधानसभा क्षेत्र में प्रदेश नेतृत्व के द्वारा एक पर्यवेक्षक और एक साथ पर्यवेक्षक भेजा गया था संबंधित विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले मंडल अध्यक्ष कार्य समिति सदस्य उसे क्षेत्र में रहने वाले प्रदेश पदाधिकारी शक्ति केंद्र के संयोजक और सहसंयोजक को अपने विचार लिखित रूप में देने थे.इसे एक तरह से मतदान का रूप ही समझ जाना चाहिए. किस व्यक्ति को विधानसभा का टिकट दिया जाए ऐसे तीन नाम पर्चा में लिखकर सील बंद डब्बे में डाला जाता है. यही प्रक्रिया पूरे प्रदेश में अपनाई गई. अपने-अपने विचार व्यक्त करने के लिए बड़ी संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता रायशुमारी स्थल पहुंचे.
प्रमुख नेता और कार्यकर्ताओं को इस काम में लगाया गया
इस काम में प्रमुख नेता कार्यकर्ताओं को लगाया गया. पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश को सिमडेगा में लगाया गया था आदित्य साहू को सरायकेला, आरती कुजूर को जुगसलाई, सी पी सिंह को जमशेदपुर, गीता बालमुचू को रांची विधानसभा क्षेत्र में पर्यवेक्षक बनाया गया था. पूर्व आईएएस अधिकारी जे बी तुबिद को तोरपा विधानसभा क्षेत्र में लगाया गया. इसके अलावा विधायकों और सांसदों को भी अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र में तैनात किया गया था.रायशुमारी के बाद सभी सील बंद डिब्बों को प्रदेश कार्यालय लाया गया है. अब इन डिब्बों में कार्यकर्ताओं के जो विचार हैं, उनकी छटनी की जाएगी और देखा जाएगा की किस व्यक्ति को कार्यकर्ताओं का अधिक समर्थन है. यह प्रत्याशी चयन का एक बड़ा आधार होगा.एक कार्यकर्ता को तीन नाम लिखकर डब्बे में गुप्त रूप से डालना था.