धनबाद(DHANBAD): नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले बंगाल के, ठगाने वाले लोग उत्तर प्रदेश के, मतलब अंतर प्रांतीय गिरोह काम कर रहा है. बीसीसीएल के कुसुंडा एरिया में इसी तरह के एक मामले का खुलासा हुआ है. पश्चिम बंगाल का रहने वाला पार्थो सहाना को कोयला कर्मियों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया है. उसके साथ आया आसनसोल का श्रवण मौके से भाग निकला. यह दोनों इलाहाबाद से आए तीन युवकों से एरिया ऑफिस के पास एक रजिस्टर पर हस्ताक्षर कर रहे थे. कोयला कर्मियों को मामला कुछ संदिग्ध लगा. पूछताछ की तो इलाहाबाद के तीनों युवक भाग निकले. उसके बाद सुरक्षा कर्मियों ने पहुंचकर एक को पकड़ लिया. पूछताछ की गई तो मामले का खुलासा हुआ. फिर उसे पुलिस को सौंप दिया गया. जिस रजिस्टर पर हस्ताक्षर कराए जा रहे थे, उसमें 85 युवकों के नाम पता और उनके फोटो लगे हुए थे.
बेरोजगार युवकों को तरह-तरह का प्रलोभन देकर ठगी
बताया गया कि सबसे 75000 से लेकर नौकरी दिलाने के नाम पर एक लाख तक की ठगी की गई है. पार्थ के पास से एक काले रंग का बैग भी मिला है. उसमें इलाहाबाद के तीन युवकों के ज्वाइनिंग लेटर, लिफाफा, पैड , रजिस्टर,मुहर, नोटपैड मिले है. उसके पास से भारतीय खाद्य निगम, धनबाद के नाम वाले पहचान पत्र भी मिले हैं. जिनमें चार लोगों के फोटो लगे हैं. ऐसा लगता है कि जालसाजी करने में इसका उपयोग किया जाता होगा. जो भी हो, नौकरी के नाम पर ठगी करने वाला गिरोह कोयलांचल में सक्रिय है और इनका सॉफ्ट टारगेट है भारत को किंग कोल लिमिटेड. बेरोजगार युवकों को तरह-तरह का प्रलोभन देकर ठगी का काम करते हैं.
ठगों का चारागाह बन गया है कोयलांचल
अभी हाल ही में लोदना एरिया में भी ऐसे ही एक मामले का खुलासा हुआ था. वैसे अधिकारी के हस्ताक्षर से नियुक्ति पत्र जारी की गई थी ,जो कि 2015 में ही सेवानिवृत्ति हो गए थे. तो क्या कहा जा सकता है कि ठगों का चारागाह बन गया है कोयलांचल. हर चीज में ठगी हो रही है. नौकरी के नाम पर तो हाल के दिनों में ठगी के कई मामले सामने आ चुके हैं. ठगी करने वाला गिरोह दूसरे प्रदेश का होता है, ठगाने वाले भी दूसरे प्रदेश के होते हैं. यह गिरोह बड़ी ही चालाकी से अपना काम करता है. तब तक इनका काम चलता है, जब तक ज्वाइनिंग की नौबत नहीं आती है. नौकरी के नाम पर ठगने वाले तरह-तरह से भरमाते हैं. कभी ट्रेनिंग के नाम पर, तो कभी ज्वाइनिंग के नाम पर दौड़ते हैं और फिर जब ज्वाइनिंग की बात आती है तो मामले का भंडाफोड़ होता है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो