Tnp desk- दुमका झारखंड की उपराजधानी दुमका में चोर, अपराधी, उचक्के लगातार पुलिस को चुनौती दे रहा है. खासकर मसलिया थाना क्षेत्र के लोगों के लिए असली और नकली पुलिस में फर्क कर पाना बड़ा मुश्किल है. क्योंकि यहां पुलिस वर्दी पहनकर अपराधी लूट पाट की घटना को अंजाम देते है. लगभग तीन महीने के अंदर दूसरी घटना है जब रात के अंधेरे में पुलिस वर्दी में पहुंचे अपराधियों ने पुलिस के नाम पर दरवाजा खुलवाया और घर के सभी सदस्यों को बंधक बना कर घर में लूट पाट की घटना को अंजाम दिया.
नौ की संख्या में पुलिस की वर्दी में पहुंचे लुटेरों ने खुद को मसलिया थाना की पुलिस बता कर दरवाजा खुलवाया
ताजा मामला बाराटोल गांव की है जहां बीती रात पुलिस वर्दी में पहुंचे हथियारबंद लुटेरों ने बड़ी घटना को अंजाम दिया. जानकारी के अनुरूप गृहस्वामी निजामुद्दीन अंसारी के घर पर रात लगभग 11:30 बजे के करीब नौ की संख्या में पुलिस की वर्दी में पहुंचे लुटेरों ने खुद को मसलिया थाना की पुलिस बात कर दरवाजा खुलवाया जैसे ही परिवार के सदस्यों ने दरवाजा खोला वर्दी धारी अपराधियों ने बंदूक दान कर सभी को कब्जे में लेते हुए सभी सदस्यों का मोबाइल जप्त कर लिया. वर्दी धारी अपराधियों द्वारा दो बंद कमरे का ताला तोड़कर लगभग डेढ़ घंटे तक कुल 5 कमरों की तलाशी ली और जेवरात सहित ढाई लाख रुपए से ज्यादा नकद लेकर आराम से चलते बना.बताया जा रहा है कि गृहस्वामी की बहन की तालाक के बाद मिले मेहर का रुपया था.
कीमती सामान की तलाश में दो कमरे की कर दी खुदाई
घटना के वक्त घर में परिवार के 6 सदस्य थे जबकि लुटेरों की संख्या 9 बताई जा रही है. गृह स्वामी की माने तो वर्दीधारी अपराधी सिक्सर, देशी कट्टा और लोहे की रॉड से लेश थे. अपराधी चार पहिया वाहन से पहुंचे थे. कीमती सामान की तलाश में अपराधियों ने दो कमरे की खुदाई भी कर डाला. लगभग डेढ़ घंटे तक लूट पाट की घटना को अंजाम देने के बाद रात एक बजे के करीब वर्दीधारी अपराधी आराम से चलते बना.
सूचना पर पहुंची मसलिया थाना की पुलिस
घटना की जानकारी मसलिया थाना को दी गई. सूचना मिलते ही मसलिया थाना प्रभारी राजेश रंजन दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. गृहस्वामी से घटना की जानकारी लेकर तमाम बिंदुओं में अनुसंधान में जुट गए. सीमावर्ती पालोजोरी और सारठ थाना का भी सहयोग लिया जा रहा है.मामले की गंभीरता को देखते हुए फिलहाल पुलिस कुछ भी कहने से परहेज कर रही है.
12 सितंबर को भी पटनपुर गांव में वर्दीधारी अपराधी ने दिया था घटना को अंजाम
ज्ञात हो कि इससे पहले 12 सितंबर 2025 की रात मसलिया थाना के पटनपुर गांव में वर्दी पहने अपराधियों ने एक विधवा महिला के घर में घुसकर लूटपाट की थी. उस मामले की जांच पुलिस ने शुरू की और कुछ अपराधी को पकड़कर सलाखों के पीछे डालकर निश्चिंत हो गई. पूरे गैंग का उद्भेदन आज तक नहीं हो पाया.
घटना से ग्रामीणों में आक्रोश
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही ने अपराधियों को दोबारा वारदात करने का साहस दिया. ताजा वारदात के बाद ग्रामीणों का गुस्सा साफ झलक रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि जब अपराधी पुलिस की वर्दी में घर में घुस जाए, तब असली पुलिस पर विश्वास करना भी मुश्किल हो जाता है.
