रांची(RANCHI): यह रिवाज है और दस्तूर भी. सरकार जिनके नाम से चलती है वे अपने माननीयों को कुछ मौके पर उन्हें बुलाते हैं और जब बुलाते हैं तो दावत होना लाजिमी है.
सामान्य रूप से वर्ष में जब बजट सत्र होता है तो यह लंबा चलता है इस बजट सत्र का आगाज राज्यपाल के अभिभाषण से होता है. वैसे हम सभी जानते हैं कि राज्य में शासन राज्यपाल के नाम से चलता है, भले मुख्यमंत्री उसके मुखिया होते हैं. यह उनकी ही सरकार कही जाती है. इसलिए गौर किए होंगे कि जब राज्यपाल सदन में अभिभाषण देते हैं तो 'हमारी सरकार' शब्द का प्रयोग करते हैं. सरकारी आदेश में भी अधोहस्ताक्षरी के नीचे लिखा रहता है 'राज्यपाल के आदेश से'.
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने दी दावत
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने बजट सत्र के 14 वें दिन राजभवन में सभी माननीयों को दावत दी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उनके मंत्रिमंडल के सदस्य सत्तारूढ़ दल के विधायक और विपक्ष के विधायक भी इस दावत में शामिल हुए. भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी के अलावा अन्य विपक्षी विधायक और निर्दलीय विधायक भी दावत ए राजभवन में शिरकत किए.
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और हेमंत सोरेन के बीच महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बीच अच्छी गुफ्तगू हुई. कई महत्वपूर्ण विषयों पर इन लोगों ने आपस में चर्चा की. सरकार के कामकाज के बारे में मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को पूरी जानकारी दी. राज्यपाल ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को योजनाओं पर समय पर अमल करने का निर्देश दिया. उन्होंने युवा और किसानों से संबंधित योजनाओं पर विशेष ध्यान देने को कहा. इसके अलावा विधि व्यवस्था पर भी ध्यान देने की जरूरत बताई.
दावत में राज्य सरकार के कई अधिकारी शामिल
भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने भी इस मौके पर राज्यपाल को शुभकामना देते हुए उनसे कुछ महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की. राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन राजभवन आए सभी विधायकों से मिले और उन्हें राज्य की जनता के कल्याण के लिए काम करने का आग्रह किया. इस दावत में राज्य सरकार के कई अधिकारी भी शामिल हुए.