रांची(RANCHI): झारखंड को एक और बड़ा कैंसर का अस्पताल मिला है. टाटा ट्रस्ट की ओर से शुरू किए गए अस्पताल से राजधानी वासी सहित झारखंड के लोगों में आशा और राहत की एक नई किरण जगी है. टाटा ट्रस्ट के द्वारा स्थापित RANCHI CANCER HOSPITAL एंड RESEARCH CENTRE का उद्घाटन मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने किया है. RCHRC अस्पताल आधुनिक और तकनीकी सुविधाओं से लैस है. किफायती दर पर इलाज की सुविधा लोगों को मिल सकेगी. इलाज में मरीजों को झारखंड सरकार की जन आरोग्य योजना के तहत भी मरीजों का इलाज किया जाएगा. इसके लिए सरकार और टाटा के बीच एक MOU भी किया गया.
आधुनिक सुविधाओं से लैस है अस्पताल
रांची कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र एक लाख 56 हजार वर्ग फुट में फैला है. इस अस्पताल में रेडिएशन,सर्जरी,पैलिएटिव केयर,रेडियोलॉजी ,लेबोरेटरी सेवाएं मौजूद है. अस्पताल में विशेष प्रशिक्षण प्राप्त चिकित्सकों की टीम मरीजों का देखभाल करेगी. इस टीम में मेडिकल टीम में ओंकोलॉजिस्ट,सर्जिकल ओंकोलॉजिस्ट,रेडिएशन ओंकोलॉजिस्ट,रेडियोलॉजिस्ट, पैलिएटिव केयर फिजिशियन, नर्स और टेक्नीशियन शामिल है.
RCHRC का मेडिकल ओंकोलॉजी डिपार्टमेंट कीमोथेरेपी के लिए बाहर और अस्पताल में भर्ती मरीजों को सेवा देगी. लीनियर एक्सिलरेटर( ट्रबीम) के ज़रिए रेडियोथेरेपी मरीजों को दी जाती है.इसके अलावा बैक्रीथैरेपी के जरिये भी इलाज किया जाता है. इलाज के साथ साथ इस अस्पताल की ओर से ग्रामीण इलाकों में कैंसर के प्रति जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा. इस जागरूकता अभियान में कैंसर से बचाव के साथ साथ बीमारी से बचने के लिए उपाय बताया जायेगा.
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि कैंसर से संबंधित इलाज के लिए कोई सुविधा नहीं थी.सरकार बनने के बाद से लगातार कोशिश कर रहे थे की यहां भी कैंसर का अस्पताल खुल सके. हम कोशिश कर रहे थे कि बेहतर इलाज के साथ किफायती दर में इलाज की कोशिश कर रहे थे.इस दिन का इंतज़ार लंबे समय से था.अब अस्पताल शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि पंजाब जैसे राज्य में कई ट्रेन चलाई जाती है जिसमें सिर्फ कैंसर के मरीज यात्रा करते है. कैंसर एक बड़ी बीमारी देश में बन गई है.आने वाले दिनों में स्वास्थ्य सुविधा ऐसे होगी की झारखंड से किसी मरीज को बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इस कैंसर अस्पताल में विश्व स्तरीय आधुनिक मशीन है.मुख्यमंत्री ने टाटा समूह को आश्वासन दिया कि अगर किसी भी क्षेत्र में टाटा को किसी भी तरह की मदद की जरूरत पड़ती है तो राज्य के विकास के लिए कदम से कदम मिला कर चलेंगे. नोएल टाटा ने कहा कि आज का दिन झारखंड के लिए इतिहासिक है.यह अस्पताल राज्य वासियों के लिए मिल का पत्थर साबित होगा.उम्मीद है कि राज्य सरकार ने जिस तरह से अबतम टाटा ट्रस्ट को अस्पताल अस्थापित करने के लिए मदद किया है.आगे भी यह सहयोग मिलता रहे.
रांची में जिस मॉडल का अस्पताल है इससे पहले उत्तरप्रदेश, आंध्रप्रदेश, असम, महारष्ट्र, कर्नाटक और झारखंड में अस्पताल संचालन कर रहा है. इस अस्पताल के शुरू हो जाने से झारखंड के सहित आस पास के राज्य के लोगों को इलाज में मील का पत्थर साबित होगा. सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कैंसर अस्पताल मील का पत्थर साबित होगा. राज्य में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए मुख्यमंत्री सरकारी और अन्य माध्यमों से काम कर रहे है. उन्होंने बताया कि टाटा ट्रस्ट के ओर से झारखंड में विश्व स्तरीय सुविधाओं के लिए जमशेद जी टाटा ने नींव रखी थी,अब यह इमारत बनती दिख रही है. उन्होंने कहा कि सिर्फ अस्पताल सिर्फ में इलाज नहीं जागरूकता लाने का भी काम किया जाएगा.
रिपोर्ट: समीर हुसैन