देवघर(DEOGHAR):देवघर एक विश्व प्रसिद्ध तीर्थ नगरी के रूप में जाना जाता है. पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग होने की वजह से सालों भर यहां श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है. यहां ठाकुर अनुकूल जी का आश्रम होने के साथ साथ यहां स्वामी सत्यानंद सरस्वती की तपोभूमि रिखिया आश्रम भी है, जहां सालों भर इनके अनुयायियों का आना जाना लगा रहता है. पिछले कुछ सालों से देवघर का तेजी से विकास हो रहा है.यही वजह है कि यहां की जनसंख्या भी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. आवादी बढ़ने से और लोगो के आवागमन होने की वजह से यहां की सड़कों पर वाहनों का दवाब बहुत ज्यादा बढ़ गया. इसके अलावा देवघर बिहार के जमुई और बांका जिला से सटा हुआ रहने की वजह से और अधिक सड़को पर वाहनों का दवाब बढ़ जाता है.यही वजह है कि बाबानगरी में यातायात की सुदृढ व्यवस्था नही होने की वजह से यहां दिन प्रतिदिन जाम जैसी समस्या से लोगों को झूझना पड़ता है. देर से ही सही अब इस ओर जिला प्रशासन ने ठोस कदम उठाने का निर्णय लिया है.जिला उपायुक्त विशाल सागर के निर्देश पर आज वरीय पदाधिकारियों की ओर से सभी संबंधित स्थलों का निरीक्षण किया गया, जहां जाम की समस्या से लोग झुझते रहते हैं.
शहरी क्षेत्र के इन जगहों पर रहेगी प्रशासन की विशेष व्यवस्था
देवघर के शहरी क्षेत्र अंतर्गत यातायात व्यवस्था और ट्रैफिक जाम से जुड़ी समस्याओं को संज्ञान में लेते हुए इसके स्थाई निदान को लेकर उपायुक्त के निर्देश पर सदर एसडीओ, जिला परिवहन पदाधिकारी एवं अन्य अधिकारियों ने ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर और सुदृढ़ बनाने के लिए सभी संभावित स्थलों का निरीक्षण करते हुए ट्रैफिक जाम से आमजनों को निजात दिलाने की योजना की रूपरेखा की जाएगी.खासकर शहर के रांगा मोड़, रिखिया मोड़, बैद्यनाथपुर चौक, कुंडा मोड़,बाजला चौक, शहिद आश्रम रोड का निरीक्षण कर कई वस्तुस्थिति से अधिकारी अवगत हुए.इन सभी जगहों पर यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चले इस ओर काम भी शुरू कर दिया है.शहरी क्षेत्र अंतर्गत प्रायः हो रहे वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने की वजह से विधि-व्यवस्था की समस्या और जान-माल की क्षति के साथ-साथ "हिट एण्ड रन" के मामले को संज्ञान में रखते हुए यातायात व्यवस्था,अन्तर्राज्यीय और अन्तर्जिला के वाहनों पर निगरानी के साथ कई कदम भी जिला प्रशासन की ओर से उठाया जाएगा.
असमाजिक तत्वों पर इस तरह रखी जायेगी नजर
सीमावर्ती क्षेत्रों के साथ-साथ मुख्य चौक चौराहों को चिन्हित करते हुए विशेषकर मालवाहक, ट्रेक्टर, बोरिंग वाहन के अनियंत्रित ढंग से परिचालन और उसके फिटनेस के अभाव में भी दुर्घटना होने की संभावना एवं वजह के साथ ही शहर मे चैन स्वैचिंग, लूट-पाट आदि की घटनाओं पर नियंत्रण रखने के अब शहरी क्षेत्रो में चयनित स्थलों पर नंबर प्लेट रीडिंग कैमरा और ड्रोन निगरानी सहित सीसीटीवी को स्थापित किया जाएगा. इससे असमाजिक तत्वों पर पैनी नPर रखी जायेगी, ताकि आपराधिक वारदातों पर अंकुश लगाया जा सके.
रिपोर्ट-रितुराज सिन्हा