टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-अभी भी अलमारियों में सजाकर रखी नोटों की गड्डियों की तस्वीर सोशल मीडिया में खूब घूम रही है. अखबारों औऱ टीवी की सुर्खियों में इसकी चर्चा और गपशप थमी ही नहीं है. सियासत भी इसे लेकर इस कदर गरमाये हुई है कि, भाजपा प्रहार से कांग्रेस बैकफुट पर आ गई है. अभी तक की सबसे बड़ी रेड में इतना धन कभी नहीं मिला था. ऐसा बताया जा रहा है साढ़े तीन सौ करोड़ कोई मामूली रकम तो नही हैं. इतना पैसे और अकूत दौलत का रहस्य क्या है. अभी ये खामोशी के चादर पर लिपटी हुई है . कोई भी कुछ नहीं बोल रहा है, चुप्पी तो इस कदर है कि लगता है कि अभी और पैसा निकलना बाकी है.
अब गड़ा धन निकालने की तैयारी !
साढ़े तीन सौ करोड़ से ज्यादा रुपए तो कांग्रेस सांसद राज्यसभा सांसद के ठीकानों से मिले हैं. अब ऐसी चर्चा है कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट सांसद के घर के आंगन, दीवारों और उन जमीनों की तलाश कर रही है. जहां पर गड़ा हुआ धन हैं, यानि जो सोने-चांदी या पैसा छुपाकर रखा गया है. इसके लिए आईटी विभाग जीपीआर यानि ग्राउंड पेनिट्रिंग रडार का इस्तेमाल करने वाली है. जो जियो फिसिकल लोकेटिंग मेथड पर काम करती है. यह रेडियों तरंगों को इस्तेमाल कर जमीन के नीचे की तस्वीर निकालती है. इससे पता चलता है कि जमीन के नीचे कितनी गहराई है और किस जगह पर मेटल दबा हुआ है. आमतौर पर इस मशीन का इस्तेमाल मिनरल की खोज में की जाती है. ऐसा लग रहा है कि इनकम टैक्स की टीम इसका इस्तेमाल कर गड़े धन को निकालने की बड़ी तैयारी कर रही है. धीरज साहू के सुशीला निकेतन आवास पर चहलकदमी करते हुए दिख रहे हैं. इसी तरह की गतिवधियां लोहरदगा आवास में भी आईटी के अफसर कर रहे थे.
सांसद धीरज साहू की खामोशी
इनकम टैक्स के इस छापे की चर्चा इतनी हुई कि कांग्रेस पार्टी ने भी पल्ला झाड़ लिया और सबकुछ धीरज साहू पर ही छोड़ दिया. मुद्दा तो तब गरमाया जब पीएम मोदी ने इसकी तस्वीर अपने एक्स एकाउंट पर साझा कर दी. इस पर प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को खूब सुनाया और भ्रष्टाचार की तोहमते लगाकर काफी फजीहत की. अब कांग्रेस के सामने भी इससे न उगलते बन रहे हैं और न ही निगलते. हालांकि, कांग्रेस इससे बचने के लिए किनारा कर लिया है और सबकुछ धीरज साहू पर ही थोप दिया है. इस रेड में अब धीरज साहू अकेले पड़ गये हैं. मामला राष्ट्रीय स्तर पर गरमाने के बाद 10 दिसंबर को रांची आए कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पाण्डे से भी इस पर सवाल पूछा गया. तो उन्होंने बताया कि कारण बताओ नोटिस धीरज साहू को जारी कर दिया गया है. हलांकि, चार दिन से ज्या का वक्त गुजर गया . लेकिन, धीरज साहू की तरफ से कोई बयान नहीं आया है.
जिस तरह बेशुमार नोट मिले, इसे लेकर हर कोई की दिलचस्पी इसे जानने को लेकर है कि आखिर इसका रहस्य क्या है . इतनी दौलत भला घर में कैसे रखी जा सकती है. इस पशोपेश औऱ मुश्किल होती इस स्थिति में सबसे चौकाने वाली औऱ कई सवालो को जन्म देने वाली बात ये है कि सांसद धीरज साहू बिल्कुल खामोश हैं.