देवघर(DEOGHAR): झारखंड राज्य के पारा शिक्षकों ने सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ने का मूड बना लिया है. हेमंत सरकार को वादा निभाने और नींद से जागने के लिए पारा शिक्षकों द्वारा उग्र आंदोलन करने की रणनीति बनाई गई है. देवघर नगर स्टेडियम में जिला स्तरीय पारा शिक्षक संघ द्वारा बैठक आयोजित कर रणनीति पर चर्चा की गई.पारा शिक्षकों की एक सूत्री मांग समान काम समान वेतन ही एकमात्र मुद्दा है.इसे लागू कराने औऱ आंदोलन करने के लिए चर्चा की गई.
पारा शिक्षकों की बदौलत हेमंत सोरेन की सरकार बनी है- शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष
पारा शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश कुमार शाह ने बताया कि चुनाव के दौरान हेमंत सोरेन द्वारा हर जनसभा में यह बातें कही गई थी कि हमारी सरकार बनी तो 3 महीने के अंदर पारा शिक्षकों का वेतनमान लागू कर दिया जाएगा, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ है. संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि पारा शिक्षकों की बदौलत झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार बनी है,इसलिए हेमंत सोरेन को किये गए अपने वादा को निभाने के लिए उन्हें याद कराया जाएगा.
19 दिसंबर को सत्र के दौरान विधानसभा को घेरने की तैयारी में पारा टीचर
वहीं पूर्व शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो जब तक जीवित रहे तब तक पारा शिक्षकों के वेतनमान के लिए फ़ाइल तैयार करके उसेअंतिम रूप में ला दिया था लेकिन उनके मरने के बाद फाइल को वित्त विभाग में दवा दिया गया. जिस पर मुख्यमंत्री की नजर नहीं है. ऐसे में समान काम समान वेतन लागू करने के लिए पारा शिक्षकों द्वारा एक रणनीति तय की गई है. जिसके तहत आगामी 19 दिसंबर को सत्र के दौरान विधानसभा को घेरने का काम किया जाएगा.फिर भी हमारी एक सूत्री मांग नहीं मानी गई तो 28 दिसंबर से अनिश्चितकालीन मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा.
रिपोर्ट-रितुराज सिन्हा