धनबाद(DHANBAD): लगातार धमकियों और फायरिंग की घटनाओं के बीच अपराधियों ने हीरापुर के एक बड़े इलेक्ट्रॉनिक कारोबारी को निशाने पर लिया है. कारोबारी से 30लाख रूपए की रंगदारी मांगी गई है .पैसा नहीं देने पर व्यवसाई और उसके बेटे को जान से मार देने की धमकी दी गई है. यह धमकी प्रिंस खान और मेजर खान के नाम से दी गई है. इसकी लिखित शिकायत धनबाद थाने में की गई है. एसएसपी से मिलकर भी कारोबारी ने सुरक्षा की गुहार लगाई है. इसके अलावा भी अन्य कई कारोबारियों से रंगदारी मांगने की लगातार सूचनाएं मिल रही है. लेकिन डर के कारण वह लोग सामने नहीं आ रहे हैं. हालांकि सूत्र बताते हैं कि इलेक्ट्रॉनिक कारोबारी को 2 महीने से धमकी भरे कॉल आ रहे हैं .पहले दुकान के नंबर का पर कॉल की जा रही थी. 2 दिन पहले मोबाइल पर कॉल कर धमकी दी गई .कॉल करने वाला खुद को प्रिंस खान बताया और 30लाख रूपए रंगदारी मांगी. पैसा नहीं देने पर उसे और उसके बेटे की हत्या कर देने की बात कही गई .कारोबारी ने जब उस नंबर को ब्लॉक कर दिया तो उसके मोबाइल पर अननोन नंबर से फिर कॉल आया. कॉल करने वाला खुद को प्रिंस खान का आदमी मेजर खान बता रहा था. उसने कहा कि बॉस का नंबर ब्लॉक करने से बच नहीं पाओगे, जो कहा गया है वह करना होगा, वरना बुरे परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहो.
कोयलांचल में कब थमेगा ये सिलसिला
इधर नया बाजार के जांच घर में फायरिंग की घटना को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने गंभीरता से लिया है. अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को 2 सप्ताह का समय दिया है. कहा है कि अगर अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो आंदोलन को बाध्य होंगे और यह आंदोलन राज्य भर में होगा. बता दें कि धनबाद के लोग अब अपराध की घटनाओं से तंग आ गए हैं. मंगलवार को अजय हत्या कांड में अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए रणधीर वर्मा चौक पर धरना दिया गया ,तो नया बाजार में शाहबाज सिद्दीकी उर्फ बबलू हत्याकांड के खिलाफ कैंडल मार्च निकाला गया. बबलू की मौत को हत्या बताते हुए अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की गई. पुलिस पर भी आरोप लगाए गए. अभी यह सब चल ही रहा था कि हीरापुर के व्यवसाई से रंगदारी मांग की गई है. देखना है यह सिलसिला कब तक चलता है. हालांकि पुलिस लगातार प्रिंस खान के लोगों की धड़पकड़ के लिए दबिश दे रही है. गुप्त चोरों को सक्रिय कर दिया गया है. देखना है पुलिस प्रिंस खान तक कब तक पहुंचती है और कोयलांचल में यह सिलसिला कब थमता है.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद