गुमला(GUMLA):गुमला जिला में सदर अस्पताल की व्यवस्था को सही करने को लेकर बीजेपी के नेता सह सीसीएल के स्वतंत्र डायरेक्टर डॉ अरुण उरांव काफी गंभीर है, उन्होंने इसको सही करने को लेकर सदर अस्पताल का दौरा कर वहां की आवश्यकताओ को प्रबंधन के साथ जानने की कोशिश की.इस दौरान उन्होंने सदर अस्पताल की विभिन्न समस्याओं की जानकारी ली,सदर अस्पताल के लिए एम्बुलेंस के साथ ही कई अन्य संसाधन की मांग सदर अस्पताल के प्रबंधन की ओर से रखी गयी, जिसे उन्होंने जल्दी पूरा करवाने का भरोसा दिया.उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल यहां के गरीबो के लिए एक मात्र स्वस्थ का सहारा है, लेकिन यहां की समस्याओं को लेकर सरकार गंभीर नजर नहीं आ रही है.अस्पताल में पहले चिकित्सकों की कमी थी लेकिन अब जब इसका समाधान हो गया है, लेकिन अब उन डॉक्टरों को बैठने के लिए भी सही रूप से व्यावस्था नहीं है,उन्होंने कहा कि बिल्डिंग को एक्सटेंशन देने की मांग लम्बे समय से हो रही है लेकिन इसका समाधान नहीं हो पाया.जिससे मरीजों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.
डॉ अरुण उरांव के अस्पताल की व्यवस्था पर दिखाई गंभीरता
वहीं डॉ अरुण उरांव के गुमला सदर अस्पताल की व्यवस्था को लेकर गंभीरता दिखाने पर सदर अस्पताल प्रबंधन भी काफी उत्साहित है. सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ अनुपम किशोर ने कहा कि निश्चित रूप से वे लोग सदर अस्पताल की व्यावस्था को व्यवस्थित करने को लेकर उनकी ओर से पूरी कोशिश की जाती हैलेकिन सही रूप से संसाधन नहीं होने की वजह से उन्हें कई बार दिक्कत का सामना करना पड़ता है,लेकिन उसके साथ ही जिस तरह से डॉ अरुण उरांव सकारात्मक सोच के साथ सामने आए है, उससे वे लोग उत्साहित है, यदि सीसीएल की ओर से कुछ संसाधन सदर अस्पताल को उपलब्ध करवाया जायेगा, तो लोगो को और बेहतर सुविधा अस्पताल की ओर से मिल पायेगा.
जिला के 80 प्रतिशत लोग सदर अस्पताल पर निर्भर
आपको बता दें कि गुमला का सदर अस्पताल जिला के 13 लाख की आबादी में से 80 प्रतिशत लोगों के लिए सहारा है,ऐसे तो सभी प्रखंडों में स्वस्थ केंद्र है, लेकिन स्थिति बहुत खराब होने के बाद सदर अस्पताल ही लोगो को आना पड़ता है, ऐसे में सदर अस्पताल के महत्व का अंदाजा लगाया जा सकता है, ऐसे में झारखंड सरकार की ओर से दी जा रही सुविधा के बीच जब सीसीएल के स्वतंत्र निर्देशक डॉ अरुण उरांव की इसकी व्यवस्था को सही करने को लेकर सामने आए है तो आम लोगो के साथ ही अस्पताल प्रबंधन का उत्साहित होना स्वाभाविक है.
रिपोर्ट-सुशील कुमार