रांची(RANCHI): मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार को गिराने की साजिश रचने के मामले में रांची की कोतवाली थाने में दर्ज प्राथमिकी ईडी की money-laundering की जांच में अहम कड़ी बनेगी. पिछले वर्ष 24 जुलाई 2020 को कांग्रेस विधायक जय मंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह ने सरकार को गिराने की साजिश रचने के लिए तीन लोगों के खिलाफ FIR किया था. जय मंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह बेरमो के विधायक हैं.
बता दें कि उस समय कोतवाली थाना क्षेत्र के लाइन टैंक रोड के होटल लीलैक तीन संदिग्ध पकड़े गए थे. जानकारी मिली थी कि महाराष्ट्र के कुछ नेता भी वहां पहुंचे थे. ED ने अनुसंधान के सिलसिले में राज्य के होटल लीलैक से लेकर दिल्ली तक जांच करने वाले अफसरों से भी जानकारी जुटाई है. ईडी की कोशिश है कि हॉर्स ट्रेडिंग में मनी लांड्रिंग के तहत चल रहे अनुसंधान को आगे बढ़ाया जा सके. होटल लीलैक, एयरपोर्ट और दिल्ली से जुटाए गए सीसीटीवी फुटेज का भी ईडी स्टडी करेगी. 24 जुलाई 2021 को रांची के कोतवाली थाने में सरकार गिराने की साजिश मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस ने इस मामले में सब्जी और फल बेचने वाले तीन युवक अभिषेक दुबे, निवारण महतो और अमित सिंह को जेल भेजा था.
कांग्रेस के विधायक आए थे घेरे में
सरकार गिराने की साजिश मामले में तीनों युवक अभिषेक दुबे, निवारण प्रसाद महतो और अमित सिंह को गिरफ्तार किया गया था. उन लोगों ने कांग्रेस के विधायक उमाशंकर अकेला, निर्दलीय विधायक अमित कुमार यादव और जामताड़ा विधायक डॉ इरफान अंसारी का नाम लिया था. अभिषेक ने बयान दिया था कि रांची एयरपोर्ट से इंडिगो के विमान से दिल्ली पहुंचने पर वहां एयरपोर्ट पर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रहे चंद्रशेखर राव बावनकुले का भांजा जयकुमार बेलखड़े ने उनकी अगुवानी की. यहां से सभी दिल्ली के होटल विवांता पहुंचे थे. रांची से दिल्ली जांच करने पहुंचे तत्कालीन डीएसपी अनिमेष नैथानी को इससे संबंधित सीसीटीवी फुटेज भी मिले थे. जिसे हासिल कर ईडी जांच कर सकेगी. रांची के एक होटल में भी महाराष्ट्र के भाजपा नेताओं की मौजूदगी के सबूत मिले थे. ईडी विधिवत उनसे भी पूछताछ कर सकेगी. ईडी हर संभव कोशिश करेगी कि सरकार गिराने के इस मामले में कितनी सच्चाई है.