टीएनपी डेस्क(TNP DESK):- झारखंड में अपराध और अपराधियों के कारनामें लगातार बढ़ रहे हैं. इन्हें लगाम लगाना पुलिस और प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है. हालांकि, अपराधियों और गुंडों पर नकेल कसने के लिए झारखंड पुलिस भी हरचंद कोशिश में लगी हुई. अब हाईवे के जरिए क्रिमन्लस को भागना आसान नहीं होगा. क्योंकि जल्द ही पुलिस इंटरसेप्टर के जरिए अपराधियों को पता लगायेगी. हाईवों पर वाहनों को खड़ा किया जाएगे. इससे तेज रफ्तार वाहनों के नंबर का फोटो भी लिया जा सकेगा. जिस गाड़ी से अपराधी फरार हुए होंगे, उसका नंबर तुरंत कंट्रोल रुम में भेज दिया जाएगा. इससे अपराधियों को हाईवे पर ही घेरने में मदद मिलेगी.
इंटरसेप्टर वाहन कैसे करता है काम ?
झारखंड पुलिस 10 इंटसेप्टर वाहन को मंगवा रही है. दरअसल, इस गाड़ी में ऐसा कैमरा होता है. जो तेज रफ्तार से जाने वाले गाड़ियों के नंबर की फोटो ले लेती है और इसके साथ ही मैसेज भी कंट्रोल में देता है. आधुनिक मशीन से 700 मीटर दूर वाहन को भी इसके जरिए केप्चर किया जा सकता है.
इसका इस्तेमाल कैसे करेगी पुलिस ?
जानकारी के मुताबिक पुलिस आने वाले दस इंटरसेप्टर गाड़ियों को हाईवे के जिलों में देगी.इसे उन इलाकों में खड़ा किया जाएगा, जहां से टोल ब्रिज की दूरी अधिक है. इससे आने-जाने वाले वाहनों पर नजर रखी जायेगी. वर्तमान में छह इंटरस्पेटर वाहन झारखंड पुलिस के पास है. जो राज्य के प्रमुख शहर रांची, जमशेदपुर, बोकारो, हजारीबाग औऱ धनबाद में रखा गया है. इसे साल 2018 में लाया गया था.