धनबाद(DHANBAD): धनबाद मंडल कारा में मंगलवार की देर शाम छापेमारी हुई. इस छापेमारी में कोई आपत्तिजनक सामान जेल से बरामद नहीं हुआ. इस बीच सोशल मीडिया पर प्रिंस खान के एक करीबी रिश्तेदार का बाल सुधार गृह से सेल्फी लेते हुए फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वायरल फोटो की पुष्टि The Newspost नहीं करता लेकिन पता चलता है कि प्रिंस खान का यह रिश्तेदार अदनान फिलहाल बाल सुधार गृह में है. 3 जुलाई को पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था. नाबालिक होने के कारण उसे बाल सुधार गृह में रखा गया है और वही का यह फोटो है.
कैसे पहुंच जाते हैं एंड्राइड मोबाइल
बाल सुधार गृह में भी छापेमारी होती रहती है. सुरक्षा के लिए भारी भरकम जवान भी तैनात हैं ,बावजूद एंड्राइड मोबाइल बाल सुधार गृह में कैसे पहुंच जाते, यह एक बड़ा सवाल है. अभी हाल ही में छापेमारी हुई थी तो बिजली के तार, छोटे-छोटे मोबाइल और अन्य सामान बरामद हुए थे. लेकिन एंड्राइड मोबाइल एक भी बरामद नहीं हुआ था. धनबाद के मंडल कारा में भी छापेमारी में एंड्राइड मोबाइल नहीं मिलते. लेकिन जब किसी अपराधिक कांड का खुलासा होता है तो पुलिस दावा करती है कि अपराध की योजना जेल से ही बनी थी. जेल में बैठकर अपराधी अपने गुर्गों को निर्देश देते हैं . अपराध कराते हैं, यह सिर्फ धनबाद का ही मामला नहीं है. झारखंड के अन्य जिलों से भी इस तरह की लगातार सूचनाएं आती हैं .
जेलों में लगे 2 G जैमर बने हाथी के दांत
झारखंड के गृह सचिव ने भी झारखंड के जिलों की सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया है. सबसे बड़ी बात यह है कि झारखंड के जेलों में 2 जी जैमर लगे हुए हैं जबकि अपराधी 4जी और 5G मोबाइल का इस्तेमाल करते है. सूत्र बताते हैं कि झारखंड के 28 जिलों में 10 साल पहले 2G जैमर लगे थे. लेकिन अब यह अ प्रभावी हो गए है. जब यह अ प्रभावी हो गए तो इनका मेंटेनेंस भी बंद कर दिया गया है. 2 साल पहले 4G जैमर लगाने की योजना बनी थी लेकिन प्रस्ताव संचिकाओं की मकड़जाल में धूल फांकता रहा. विधानसभा में सोमवार को झरिया की कांग्रेस विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह द्वारा पूछे गए सवाल पर सरकार की ओर से बताया गया कि राज्य के जेलों में 4G जैमर का प्रस्ताव है. जेलों में मोबाइल फोन जैसे प्रतिबंधित उपकरणों के प्रवेश को रोकने के लिए अन्य प्रभावी सुरक्षात्मक उपाय किए गए है. इन्हें और ठोस बनाया जाएगा. इधर बड़े बड़े अपराधियों की बात कौन कहे, धनबाद के बाल सुधार गृह से भी फोटो वायरल होना चिंता का विषय है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो