रांची(RANCHI): झारखंड में डुमरी उप चुनाव का बिगुल बज चुका है. सभी दल अपने उम्मीदवार की घोषणा कर चुका है. जहां I.N.D.I.A गठबंधन की ओर से बेबी देवी मैदान में रहेंगी. तो दूसरी ओर NDA खेमे से यशोदा देवी प्रत्याशी होंगी. NDA की ओर से पूरी ताकत डुमरी उप चुनाव में लगाने को तमाम नेताओं ने रणनीति बना लिया है. इसी कड़ी में आजसू केन्द्रीय कार्यालय में उम्मीदवार की घोषणा बुद्धिजीवी विंग के केन्द्रीय अध्यक्ष डोमन सिंह मुंडा ने किया. उम्मीदवार घोषणा के साथ-साथ नामांकन की तिथि भी जारी किया है. उम्मीदवार घोषणा के दौरान केन्द्रीय प्रवक्ता देव शरण भगत, विधायक लंबोदर महतो और पूर्व विधायक सह पार्टी उपाध्यक्ष कुशवाहा शिवपूजन मेहता मौजूद रहे.
डुमरी चुनाव में जनता देगी जवाब
डोमन सिंह मुंडा ने कहा कि एनडीए की बैठक में निर्णय लिया गया कि डुमरी उपचुनाव में आजसू अपना प्रत्याशी देगा. इसे लेकर कई नाम पर चर्चा की गई जिसके बाद यशोदा देवी के नाम पर सभी की सहमति बनी है. उन्होंने दावा किया की डुमरी उपचुनाव में हम पूरी ताकत के साथ लड़ेंगे. सरकार के नाकामियों को जनता के बीच रखेंगे. जनता इस सरकार से त्रस्त है, इसका जवाब जनता देगी.
रामगढ़ के जैसा डुमरी का किला भी करेंगे फतह
केन्द्रीय प्रवक्ता देवशरण भगत ने बताया कि आजसू प्रत्याशी के नामांकन में एनडीए के कई बड़े नेता शामिल होंगे. इसमें आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो डुमरी उप चुनाव की कमान संभाल चुके है. नामांकन और चुनाव एक प्रक्रिया है. अब रामगढ़ के जैसा डुमरी का किला भी फतह कर रहे है. इस सरकार में लोग परेशान है, अपराधी बेलगाम है. अब सरकार को जनता आईना दिखा रही है. आजसू की जीत तय है.
गोमिया विधायक लंबोदर महतो ने दावा किया कि डेढ़ लाख से अधिक वोट आजसू के खाते में आएगा.पिछले बार आजसू और बीजेपी अलग-अलग मैदान में थी जिससे नुकसान हुआ था. अब दोनों पार्टी साथ मिल कर मैदान में हेमंत के I.N.D.I.A को शिकास्त देगी. जिस तरह से 1932 की बात हेमंत सोरेन करते है, लेकिन उसे पूरा करने का काम नहीं. यही हेमंत सोरेन है जिन्होंने सदन में 1932 कभी लागू नहीं हो सकता है बयान दिया था. अब जब डुमरी के मैदान में गए तो इन्हे फिर 1932 का याद आने लगा है. हम सत्ता में आने के बाद 1932 जो दिवंगत शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का सपना था उसे पूराकरने का काम करेंगे.
रिपोर्ट. समीर हुसैन