रांची(RANCHI): भाकपा माओवादी का रिजनल कमांडर और बुढ़ा पहाड़ का आतंक नक्सली अमन गंझू से अब एनआईए की टीम पूछताछ करेगी. एनआईए की टीम उसे 20 फरवरी को रिमांड पर लेगी और 25 फरवरी को फिर से कोर्ट में पेश करेगी.
बताया जा रहा है कि नक्सली अमन गंझू से 2019 में हुए पीसीआर वैन हमले के संबंध में पूछताछ की जायेगी. झारखंड पुलिस का यह दावा है कि इस हमले में अमन गंझू मुख्य साजिशकर्ता था.
चंदवा थाना पुलिस की पीसीआर पर किया था हमला
यहां बता दें कि वर्ष 2019 में लातेहार जिला स्थित लुकुइया मोड़ पर नक्सलियों ने चंदवा थाना पुलिस की पीसीआर पर हमला किया था. इस हमले में तीन जवानों को अपनी जिंदगी गंवानी पड़ी थी, जिसके बाद पुलिस की ओर से अमन गंझू पर 15 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था.
नक्सलियों की पकड़ कमजोर होता देख अमन गंझू ने किया था आत्मसमर्पण
बाद में पुलिस की बढ़ती दबिश और नक्सलियों की पकड़ कमजोर होता देख अमन गंझू ने 28 दिसंबर 2022 को झारखंड पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था. अमन गंझू की सक्रियता झारखंड और छत्तीसगढ़ की सीमा पर बुढ़ा पहाड़ और उसके नजदीकी इलाके में थी
औरंगाबाद जिले के भूपनगर का रहने वाला है अमन गंझू
अमन गंझू मूल रुप से बिहार के औरंगाबाद जिले के ढिबरा थानाक्षेत्र का भूपनगर का रहने वाला है. फिलहाल वह रांची स्थित बिरसा मुंडा कारागार में बंद है. हालांकि अभी इस बात की जानकारी उपलब्ध नहीं है कि अमन के खिलाफ औरंगाबाद और बिहार में कितने मामले दर्ज है. सूत्रों का दावा है कि इस पूछताछ में अमन गंझू कई चौंकाने वाला खुलासा कर सकता है. साथ ही बिहार में उसके आपराधिक इतिहास का भी खुलासा हो सकता है.
यहां यह भी बता दें कि पुलिस की सक्रियता से नक्सलियों की संख्या मुट्ठी भर रह गई है, पुलिस के दावे अनुसार उनका इलाके को मुक्त किया जा चुका है.
रिपोर्ट: देवेन्द्र कुमार