रांची(RANCHI): NEET UG परीक्षा पेपर लीक मामले में EOU(Economic Offences Unit) ने बड़ा खुलासा किया है. अब तक की जांच में कई अहम साक्ष्य एजेंसी को मिले है. जिसमें पेपर लीक के पूरे सिंडीकेट का भी भंडा फोड़ आने वाले दिनों में हो सकता है. जांच पटना के शास्त्री नगर से शुरू हो कर छपरा पहुंची फिर यहाँ से देवघर बाद में देवघर से नालंदा का लिंक जुड़ा. बाद में इसका तार झारखंड के हजारीबाग से भी जुड़ गया है. लेकिन शक हजारीबाग पर है कि मेन खेला यही पर खेला गया है. पाँच तारीख की सुबह देवघर में डेरा जमाए गिरोह के लोगों के पास पेपर पहुंचा था. जिसके बाद फिर आगे फोरवॉर्ड किया गया है.
आर्थिक अपराध इकाई ने सूचना और तकनीकी सहायता से जांच को शुरू किया था. जिसमें राम कृष्ण नगर थाना क्षेत्र के नंदलाल छपरा स्तिथ लर्न बॉय्ज़ हॉस्टल एण्ड प्ले स्कूल से प्रश्न पत्र लीक के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. इसमें एक देवघर में कुछ संदिग्ध के साथ छुपा हुआ था. गिरफ्तार अभियुक्त में बलदेव कुमार उर्फ चिंटू प्रश्न पत्र लीक कांड के पेशेवर अपराधी संजीव कुमार उर्फ लुटन मुखिया गिरोह से जुड़ा हुआ है. 05 जून को इसी गिरोह के फोन पर पेपर पहुंचा था. पीडीएफ़ फाइल मिलने के बाद इसने स्कूल में मौजूद प्रिंटर की मदद से इसकी कॉपी निकाली. उसके बाद छात्रों को ग्रुप बना कर उसे रटवाने का काम किया.
छात्रों को स्कूल पहुंचाने के लिए गाड़ी की व्यवस्था की गई थी. आन्सर रटने के बाद फिर वापस उनके गंतव्य तक पहुंचाने का भी काम किया गया है. गाड़ी स्कूल से दो किलोमीटर छात्रों को ड्रॉप एण्ड पिकअप कर रही थी. जिससे किसी को इसकी भनक ना लगे की स्कूल में खेल चल रहा है. इस खेल में उपयोग की गई टैक्सी गाड़ी को भी जप्त कर लिया गया है. साथ ही ड्राइवर मुकेश कुमार को गिरफ्तार किया गया है.
हजारीबाग से छपरा स्कूल भेजा गया पेपर
20 जून को जांच के दौरान लर्न बॉय्ज़ हॉस्टल एण्ड स्कूल में एक जला हुआ एक नीट यूजी 2024 के परीक्षा का प्रश्न पत्र मिला. जब इसकी जांच शुरू हुई तो इस पेपर का लिंक हजारीबाग के oasis स्कूल से जुड़ गया. प्रश्न पत्र का सीरियल नंबर इसी सेंटर से के प्रश्न पत्र का था. जिसके बाद EOU की टीम हजारीबाग के ओऐसिस स्कूल पहुँच कर जांच शुरू किया. जिसमें पाया गया कि प्रश्न पत्र की पैकिंग के संदिग्ध पॉली बैग, अभ्यर्थियों से बरामद मूल प्रश्न पत्र के साथ पैकिंग ट्रंक में भी छेड़ छाड़ पाया गया है. सभी चीजों को जप्त कर लिया गया है. सभी साक्ष्य के मिलने के बाद परीक्षा केंद्र,एसबीआई बैंक और ब्लू डार्ट कंपनी के कर्मियों का बयान दर्ज किया गया है.
सभी मानकों का नहीं हुआ अनुपालन
NTA के द्वारा परीक्षा कदाचार मुक्त कराने को लेकर एक मानक तय किया जाता है. जिससे किसी भी कीमत पर पूरा करना होता है. लेकिन जांच में पाया गया कि मानकों का ख्याल नहीं रखा गया है. ट्रांसपोर्टिंग,रख रखाव के साथ साथ प्रश्न पत्र हैंड ओवर करने के समय अनियमितता बरती गई है.अब आखिर किस समय पेपर के लिफ़ाफ़े को खोला गया है. इसकी जांच की जा रही हैं. इसे लेकर कई बिंदुओं पर जांच जारी है.
देवघर से गिरफ्तार शातिरो से पूछताछ में जानकारी मिली की ये सभी पेपर लीक गिरोह के लोगों को डूप्लकेट सिम,मोबाईल फोन और रहने की व्यवस्था किया करते थे. गिरफ्तार शातिरो में राजीव कुमार उर्फ कारु,पंकु कुमार और परमजीत सिंह शामिल है. सभी ने इस पेपर लीक में अपनी भूमिका की स्वीकार किया है. जिसके बाद सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.
अब इस केस को सीबीआई को हैंड ओवर कर दिया गया है. अब सीबीआई ने इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है. आने वाले दिनों में कई बड़े खुलासे होने के संभवना से इनकार नहीं किया जा सकता है.