हजारीबाग (HAZARIBAGH) : हजारीबाग का राज गेस्ट हाउस इन दिनों चर्चा में है. बता दें कि नीट पेपर लीक मामले के तार अब राज गेस्ट हाउस से जुड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं. सूत्र बताते हैं कि यही वह गेस्ट हाउस था जहां पर पेपर सॉल्वर गैंग रुका था और यहीं से नीट के लीक क्वेश्चन पेपर को सॉल्व कर विद्यार्थियों के पास फॉरवर्ड किया गया था. सीबीआई की 15 सदस्य टीम आज हजारीबाग के रामनगर स्थित राज गेस्ट हाउस पहुंची है. कुछ दिन पूर्व इसके मालिक राजकुमार सिंह को सीबीआई की टीम गिरफ्तार कर अपने साथ पटना ले गई थी, जहां उनसे पूछताछ करने के बाद टीम वापस हजारीबाग आकर राज गेस्ट हाउस को सील कर दी थी.
राज गेस्ट हाउस के रजिस्टर खंगाल रही सीबीआई
आज फिर 15 सदस्यीय टीम हजारीबाग पहुंचकर सील तोड़कर राज गेस्ट हाउस के अंदर घुसी है और जांच अभियान को अंजाम दे रही है. राज गेस्ट हाउस के कस्टमर रजिस्टर को खंगाला जा रहा है, सीसीटीवी को चेक किया जा रहा है, ताकि पता चल सके कि सॉल्वर गैंग के कितने लोग इस गेस्ट हाउस में रुके थे. बता दें कि नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई की टीम ने खुलासा किया था कि हजारीबाग से ही पेपर लीक ओएसिस स्कूल से किया गया है. जिसमें पंकज कुमार का भी नाम सामने आया था जिसने ट्रंक में से क्वेश्चन पेपर से फोटो खींचकर सॉल्वर गैंग को भेजा था इसी कड़ी को सीबीआई की टीम राज गेस्ट हाउस से जोड़ते दिखाई दे रही है. बताया जाता है कि राज गेस्ट हाउस के मालिक राजकुमार सिंह ने पंकज कुमार की मदद की थी. इसके बाद ही छात्रों के पास सॉल्वड नीत क्वेश्चन पेपर पहुंचे थे.
हजारीबाग से हुई चार गिरफ्तारी
वहीं आपकों बता दें कि इस पूरे मामले में हजारीबाग से अब तक चार गिरफ्तारयां हो चुकी है. जिसमें ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक, वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम, एक स्थानीय पत्रकार जमालुद्दीन और राज गेस्ट हाउस के मालिक राजकुमार सिंह शामिल है. सभी से इस पूरे मामले में सीबीआई की टीम गहराई से पूछताछ कर रही है. ताकि सभी के कड़ी को जोड़कर एक अंत तक सीबीआई की टीम पहुंचे और मामले का खुलासा हो कि आखिर इस पेपर लीक मामले में कौन-कौन लोग शामिल थे और कहां से यह पेपरलीक हुई.