टीएनपी डेस्क (TNP DESK): भाजपा माओवादियों द्वारा 22 दिसंबर को भारत बंद का आवाहन किया है. जिसका व्यापक असर झारखंड के चाईबासा जिलें में देखने को मिला है. ज्ञात हो की नक्सली पिछले कुछ दिनों से जगह-जगह पोस्टर चिपका कर भारत बंद की जानकारी दे रहे थे. जिसके बाद आज नक्सलियों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है. गुरूवार की देर रात नक्सलियों ने चाईबासा के गोइलकेरा और पोसैता रेलवे स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक को विस्फोट कर उड़ा दिया. जिस कारण ट्रेनों का परिचालन 8 घंटे तक बाधित रहा.
इन इलाकों में भारत बंद का दिखा व्यापक असर
इसके साथ ही जगह-जगह नक्सलियों ने पोस्टर लगाकर भी अपनी उपस्थिती दर्ज कराई है. जिसमें चाईबासा का मनोहरपुर थाना, पोसैता एवं छोटानागर थाना क्षेत्र में विभिन्न जगहों पर बैनर पोस्टर लगाकर भारत बंद को सफल बनाने की बात कही है. वहीं भारत बंद को देखते हुए मनोहरपुर थाना क्षेत्र के साथ ही आनंदपुर, जराईकेला, चिड़िया ओपी एवं छोटानागरा थाना समेत पांच थाना क्षेत्रों में बंद का व्यापक असर देखने को मिला है.
पुलिस चौकसी को नक्सलियों ने दिया चकमा
वहीं नक्सलियों के रेलवे ट्रैक की घटना औऱ जगह-जगह पोस्टर चिपाए जाने के बाद पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे है. क्योंकि राज्य पुलिस औऱ सुरक्षाबलों के तमाम दावे फेल होते नजर आ रहे है. पुलिस लगातार यह दावा करती है कि झारखंड में नक्सली संगठन पूरी तरह से कमजोर हो गई है. लेकिन इन सबके बीच नक्सली हर बार किसी ना किसी वारदात को अंजाम देकर पुलिस के सामने एक नई चुनौती खड़े कर देते है. वहीं सबसे बड़ा सवाल यहां यह खड़ा होता है कि भारत बंद के मद्देनजर पुलिस राज्य के हर जिलों में सुरक्षाबलों को अलर्ट मोड़ में रहने की बात कही थी. लेकिन पुलिस के चौकन्ने रहने के बावजूद भी नक्सलियों ने चाईबासा में जगह-जगह पोस्टर बैनर लगाकर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है.
बताते चले कि नक्सलियों ने जिस जगह रेलवे ट्रैक को विस्फोट से उड़ाया है. वह इलाका वर्तमान समय में नक्सलियों का गढ़ माना जाता है. अक्सर गोइलकेरा थाना क्षेत्र नक्सली और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ की खबर सामने आती रहती है. तो वहीं गोइलकेरा के जंगलों से सुरक्षाबल के जवानों द्वारा आईईडी विस्फोटक भी बरामद किया जाता है.