रांची(RANCHI): झारखंड में भारत जोड़ो यात्रा का समापन हो गया है. अब हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम की तैयारी शुरू हो गई है.कांग्रेस हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम बूथ स्तर तक चलाएगी. इस कार्यक्रम के जरिए पार्टी 2024 के चुनाव की तैयारी में है. झारखंड में फिलहाल रामगढ़ उप चुनाव होना है, इस सीट को लेकर भी कांग्रेस पूरी ताकत अभी से ही झोंक रही है.रामगढ़ उपचुनाव को लेकर प्रदेश प्रभारी भी रामगढ़ में बैठक कर चुनाव की रणनीति बना चुके हैं.अब राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आने की तैयारी है. खड़गे भी रामगढ़ में कार्यक्रम कर सकते हैं. किसी भी कीमत पर कांग्रेस इस सीट को हाथ से जाने नहीं देना चाहती है. यही कारण है की अभी से ही बूथ के कार्यकर्ता से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष रणनीति बनाने में लगे हैं. पूर्व में झारखंड में चार उपचुनाव हुए है,जिसमें सभी सीट पर महागठबंधन ने जीत हासिल की थी. पूर्व के उपचुनाव में झामुमो और कांग्रेस दोनों पार्टी ने महागठबंधन धर्म का पालन किया था. चुनाव में खुद मुख्यमंत्री प्रचार करते हुए दिखे थे.अब देखना होगा क्या रामगढ़ उपचुनाव में भी गठबंधन धर्म का पालन होगा या नहीं.
मल्लिकार्जुन खड़गे रांची या रामगढ़ से हाथ से हाथ जोड़ों यात्रा की करेंगे शुरुआत
मल्लिकार्जुन खड़गे का संभावित दौरा फरवरी के दूसरे सप्ताह में बताया जा रहा है. राष्ट्रीय अध्यक्ष के दौरे को लेकर कांग्रेस तैयारी में जुट गई है. राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद खड़गे पहली बार झारखंड आ रहे हैं. इनके कंधे पर एक बड़ी जिम्मेवारी है. संगठन काफी खराब दौर से गुजर रहा है, खड़गे के नेतृत्व में कांग्रेस एक नई ऊर्जा के साथ काम कर रही है. 2024 लोकसभा चुनाव में अभी देर है लेकिन राजनीतिक दल पूरी तैयारी के साथ संगठन को धारदार बनाने में लगे है. झारखंड में किस तरह से अपनी वापसी करेंगे इसकी रणनीति बनाएंगे. खड़गे रांची या रामगढ़ में सभा संबोधित करेंगे.
रामगढ़ उपचुनाव में पूरी ताकत से लगी कांग्रेस
रामगढ़ में मार्च में उपचुनाव होने के आसार हैं. ऐसे में कांग्रेस तैयारी में जुट गई है. पिछले हफ्ते कांग्रेस पॉलिटिकल अफेयर्स कमिटी की बैठक भी रामगढ़ में हुई थी. आम तौर पर प्रदेश स्तरीय कमिटी की बैठक रांची में होती है. लेकिन उपचुनाव को लेकर कांग्रेस पूरी चुस्त दिख रही है. किसी भी कीमत पर इस सीट को हाथ से जाने नहीं देना चाहती. लंबे समय के बाद रामगढ़ में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. लेकिन विधायक ममता देवी की विधायिका एक केस में चली गई. इसके बाद ही अब चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है. सूत्रों की माने तो पूर्व विधायक ममता देवी के पति बजरंज महतो को कांग्रेस टिकट दे सकती है.पिछली बार चुनाव में ममता देवी ने आजसू को लगभग 27 हजार वोट से हराया था. तब भाजपा और आजसू अलग अलग चुनाव लड़ी थी. इस उप चुनाव में दोनों पार्टी साथ में चुनाव मैदान में उतरने जा रही है. इससे कांग्रेस की राह आसान नहीं होगी. यह बात कांग्रेस भी जान रही है यही कारण है की दोगुनी ताकत से सभी नेता अभी से ही लगे है.
कोई उप चुनाव नहीं हारी महागठबंधन
इससे पहले झारखंड में चार उप चुनाव हुए थे जिसमें कांग्रेस और झामुमो ने दो- दो सीट पर अपना झण्डा बुलंद किया था. चारों उप चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था. मधुपुर उपचुनाव में झामुमो,दुमका में झामुमो, बेरमो में कांग्रेस और मांडर में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. महागठबंधन की सरकार बनने के बाद कोई भी उप चुनाव महागठबंधन नहीं हारा है. अब गठबंधन की नजर रामगढ़ उप चुनाव पर है. सभी उप चुनाव में खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन प्रचार करते दिखे थे. अब रामगढ़ उपचुनाव बड़ा की दिलचस्प होने वाला है.शीर्ष से लेकर बूथ तक के लोग चुनावी मूड में है.
हाथ से हाथ जोड़ों की रूप रेखा तैयार
हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा की शुरुआत होने वाली है. इस यात्रा की रूप रेखा क्या होगी, यह पूरी कर ली गई है.हाथ से हाथ जोड़ो के सहारे कांग्रेस झारखंड में अपने संगठन को मजबूत करने में लगी है. भारत जोड़ो यात्रा के उत्साह को और ऊर्जा को कांग्रेस बरकरार रखना चाहती है. हमेशा किसी ना किसी कार्यक्रम के जरिये अपने आप को अपडेट करने की कोशिश में है. हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम की रूप रेखा खुद प्रदेश प्रभारी ने बैठक कर तय की है.