धनबाद(DHANBAD): इस साल के पहले नेशनल लोक अदालत का उद्घाटन शनिवार को धनबाद के प्रधान जिला और सत्र न्यायाधीश सह डालसा के चेयरमैन राम शर्मा ने किया. उन्होंने कहा कि हमारा संविधान हर लोगो को सामाजिक, आर्थिक और सस्ता सुलभ न्याय की गारंटी देता है. नेशनल लोक अदालत संविधान के परिकल्पना को पूरी करने के दिशा में एक कदम है. प्रधान जिला और सत्र न्यायाधीश ने कहा कि लोकअदालत में महीनों कोर्ट का चक्कर लगाने और पैसे की बर्बादी से बचा जा सकता है. इससे लोगों को मानसिक शांति भी मिलती है. इसके साथ ही प्रेम और सौहार्द आपस में फिर से बन जाता है.
“बिना प्रशासनिक सहयोग के हम समाज तक न्याय नहीं पहुंचा सकते”
जिला और सत्र न्यायाधीश राजकुमार मिश्रा ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत आम आदमी के हित के लिये लगाई जाती है. बिना प्रशासनिक सहयोग के हम समाज तक न्याय नहीं पहुंचा सकते. उन्होंने कहा कि लोक अदालत के माध्यम से व्यापक पैमाने पर मुकदमों का निष्पादन किया जा रहा है. जिसमें समय की बचत के साथ-साथ वादकारियों को विभिन्न कानूनी पचड़ों से मुक्ति मिल रही है. मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी संजय कुमार सिंह ने कहा कि लोक अदालत में विवादों का तत्काल निपटारा होता है. उन्होंने कहा कि लोक अदालत एक ऐसा मंच है, जहां तत्काल प्रभाव में मामला सेटल हो जाते है. 11 हजार 294 विवादों का निपटारा मुकदमो के निपटारे के लिए प्रधान जिला और सत्र न्यायाधीश के आदेश पर 17 बेंच का गठन किया गया था.
जिला और सत्र न्यायाधीश राम शर्मा ने बताया कि दोपहर 12 बजे तक नेशनल लोक अदालत में 11 हजार 294 विवादों का निपटारा कर दिया गया तथा कुल 99 करोड़ 36 लाख 89 हजार 140 रूपए की रिकवरी की गई है. अवर न्यायाधीश सह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार निताशा बारला ने बताया कि नेशनल लोक अदालत सुबह 10:30 बजे से शुरू हुई है जो 3:00 बजे तक चलेगी.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद