टीएनपी डेस्क(Tnp desk):- आमूमन देखा गया है कि लोग फिक्स डिपॉजिट, रेकरिंग डिपजिट, पोस्ट ऑफिस या अन्य सरकारी निवेश विकल्पों में अपना पैसा लगते हैं. यहां इन्हें इनके निवेश पर ब्याज तो उतना नहीं मिलता है. लेकिन, हां जोखिम कम रहता है और पैसा सुरक्षित रहता है.बढ़ती महंगाई ने आज सभी के लिए एक चुनौती बनकर उभरा है. लिहाजा, सरकारी स्कीम्स या बैंकों में मिलने वाला ब्याजा उतना मुफीद नहीं रहता. जो इस कमर तोड़ती महंगाई से मुकाबला कर सके. इसे देखते हुए लोग ऐसे निवेश विकल्प की तलाश में रहते हैं. जिनसे उन्हें अन्य परंपरिक निवेश से ज्यादा पैसा मिले. म्यूचुअल फंड इन्हीं में से एक शानदार विकल्प के तौर पर सामने आया है. पिछले दो दशक पर ही नजर डाले तो जो रिटर्न्स मिले हैं. वो वाकई बेहद ही लाजवाब है. हालांकि, सच्चाई ये भी है कि इसमे जोखिम रहता है, जिससे इंकार नहीं किया ज सकता. दूसरी सच्चाई ये भी है कि समय के साथ आम निवेशकों की भागीदारी भी इसमे निरंतर बढ़ती ही जा रही है. इससे एक आशा जगती है कि, भविष्य में शायद ही कोई खतरा दिखे.
झारखंड में 50 हजार करोड़ का बाजार
जल जंगल औऱ जमीन का प्रदेश माने जाने वाले झारखंड में भी म्यूचुअल फंड का निवेश लगातार बढ़ा है. आम लोगों की भागीदारी और भरोसा इस कदर आगे बढ़ा है कि निवेश 50 हजार करोड़ पार चला गया. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक जुलाई में राज्य में ये बाजार 43,200 करोड़ रुपए था. केवल पांच महीने में ही 7 हजार करोड़ से ज्यादा का कारोबार हो चुका है. दिसंबर महीने में शेयर बाजार में भी काफी उछाल देखने को मिली. इसके चलते एमएफ मार्केट भी 50,500 करोड़ पहुंच गया. जानकारों की माने तो ये म्यूचुअल फंड में लोगों की बढ़ती जागरुकता को दर्शाता है.
बिहार, ओडिशा औऱ छत्तीसगढ़ से झारखंड आगे
म्यूचुअल फंड के बाजार को देखे तो झारखंड इस मामले में बिहार, ओडिशा और छत्तीसगढ़ से आगे हैं. इन राज्यों की तुलना में झारखंड में म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले ज्यादा हैं. झारखंड से पहले यूपी,पश्चिम बंगाल, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, महाराष्ट्र, केरल, तेलंगाना और आंध्रप्रदेश 50 हजार करोड़ का आंकड़ा छू चुके हैं.
एफडी की तुलना में ज्यादा रिटर्न्स
फिक्स डिपॉजिट की तुलना में म्यूचुअल फंड का रिटर्न्स ज्यादा रहता है. इसके चलते भी लोगों का भरोसा एमएफ पर ज्यादा दिखाई पड़ रहा है. आमूमन बैंकों की एफडी में 5 से लेकर 8 फीसदी तक के रिटर्न्स मिलते हैं. वही, एक बेहतरीन म्यूचुअल फंड 10 से लेकर 15 फीसदी तक का का रिटर्न्स लंबे समय तक में भी दे ही देता है. झारखंड म्यूचुअल फंड का कारोबार 50,500 करोड़ पहुंच गया है. जिसमे 84 फीसदी इक्विटी औऱ 16 फीसदी नन इक्विटी फंड शामिल है.
कोई फिक्स रिटर्न्स नहीं
म्यूचुअल फंड में कोई फिक्स रिटर्न्स नहीं मिलता है. बाजार के साथ इसमे भी उतार-चढ़ाव होता है. इसमे कोई गारांटीड रिटर्न्स नहीं मिलती है. इसे देखते हुए इसके खतरे को इंकार नहीं किया जा सकता. अभी तक के जो आंकड़े और रिटर्न्स देखने को मिले हैं. इसमे यही जाहिर होता है कि लंबे समय में म्यूचुअल फंड्स ने बेहतरीन फायदा पहुंचाया है.