दुमका(DUMKA): 15 अप्रैल की शाम दुमका जिला के हंसडीहा थाना क्षेत्र में बढ़ैत पंचायत के मुखिया सुरेश मुर्मू की गोली मार कर हत्या हुई और 19 अप्रैल को पुलिस ने इस हत्याकांड का उद्भेदन करते हुए 2 महिला सहित 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस हत्याकांड का मास्टर माइंड हंसडीहा पंचायत की मुखिया सह सरैयाहाट प्रखंड मुखिया संघ की अध्यक्ष आशा हेम्ब्रम और उसकी माँ तालोको सोरेन निकली, जो बढ़ैत पंचायत की पूर्व मुखिया है. माँ बेटी ने बड़े ही शातिराना अंदाज में कॉन्ट्रैक्ट कीलर की मदद से सुरेश मुर्मू की हत्या करायी.
आरोपी चढ़ा पुलिस के हत्थे
इस हत्याकांड के उद्भेदन में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. क्योंकि अपराधी कोई अंगूठा छाप नहीं बल्कि ग्रेजुएट है. मुखिया आशा हेम्ब्रम खुद ग्रेजुएट है. जबकि घटना को अंजाम देने में बिहार में पारा शिक्षक के रूप में कार्यरत दो युवकों ने अहम भूमिका निभाई जिसमें एक राहुल कुमार वर्मा पकड़ा गया जबकि दूसरा फरार है. दोनों ग्रेजुएट है. इसके अलावे एक अन्य अपराधी संतोष प्रसाद यादव जिसे जेल भेजा गया बताया जा रहा है कि वह भी ग्रेजुएट है. जब अपराधी पढ़ा लिखा हो तो घटना को अंजाम देने से लेकर उसके बाद तक की कड़ी को जोड़ने में पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी.
मुखिया सुरेश मुर्मू हत्याकांड के सभी अभियुक्त सुखी सम्पन्न परिवार से ताल्लुकात रखता है. मुखिया आशा हेम्ब्रम के पति पेयजल एवं स्वच्छ्ता विभाग में जेई है, जबकि आशा के पिता और ससुर सेवानिवृत शिक्षक है. वहीं राहुल बिहार में पारा शिक्षक है. घटना को अंजाम देने के बाद जब आक्रोशित लोगों ने हंसडीहा चौक को जाम किया तो उस भीड़ का हिस्सा मुखिया आशा हेम्ब्रम, संतोष यादव, राहुल वर्मा और रोहित भी बने रहे और पुलिस की गतिविधियों पर नजर बनाए रखा.
कैसे रची साजिश
पुलिस सूत्रों की माने तो 6 महीने पूर्व ही हत्या की योजना बनी है. घटना को अंजाम देने के लिए काफी सावधानियां बरती गई. किसी भी आरोपी ने 6 महीने से एक दूसरे से मोबाइल पर बातें नहीं की. गोली मारते वक्त भी अपराधी मोबाइल अपने पास नहीं रखा था. पहली गोली राहुल ने दागी थी. गोली मारने के बाद हंसडीहा चौक के समीप राहुल ने अपने घर में बाइक लगा दी और भीड़ का हिस्सा बन गया. पुलिस को कोई तकनीकी साक्ष्य नहीं मिल पाए इसके लिए काफी सावधानियां बरती गई. लेकिन कहते हैं ना कि कानून के हाथ काफी लंबी होती है. आखिरकार हत्यारा सलाखों के पीछे पहुंच ही गया.
रिपोर्ट: पंचम झा