धनबाद (DHANBAD) : धनबाद के मुगमा के ओम बेस्को कारखाना फिर से चालू हो गया है. यह बात अलग है कि मालिक बदल गए हैं लेकिन कारखाना पुराने नाम से ही चलेगा. बता दें कि यह कारखाना 2019 से बंद था लेकिन दिसंबर के दूसरे सप्ताह से ही एक शिफ्ट में कारखाना चालू हो गया है. बैंक लोन चुकता नहीं करने के कारण बैंक ऑफ बड़ौदा ने इसे हैंडोवर ले लिया था. उसके बाद यह कारखाना बंद था. बाद में यह कारखाना समझौते और भुगतान के आधार पर बैंक ने कोलकाता की जीके इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी को दे दिया. अब कंपनी ने काम शुरू कर दिया है.
कंपनी में रेलवे बोगी की चेचिस का होता है निर्मित
कंपनी के यहां मौजूद अधिकारी कुछ भी बताने को तैयार नहीं है. इस कारखाने से उत्पादित 50% पार्ट्स रेलवे को दिए जाएंगे. रेलवे बोगी की चेचिस सहित अन्य पुर्जे यहां निर्मित होंगे. सूत्रों के अनुसार प्रबंधन भविष्य की योजना भी तैयार कर रखा है. वर्ष 2023 में 200 रुपए करोड़ से अधिक के निवेश करने की योजना है. आगे रेलवे के बैगन व कोच भी बनाने की तैयारी की जा रही है. अगले 6 महीना के बाद यह कारखाना पूरी क्षमता के साथ काम करने लगेगा. उम्मीद जताई जा रही है कि यह कारखाना देश की सबसे अधिक अत्याधुनिक फैक्ट्री बनेगी. इस कारखाने का उद्घाटन 30 अगस्त 2015 को झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने किया था. कारखाना से स्थानीय लोगों को रोजगार से जुड़ने का अवसर मिला था. लगभग 150 करोड़ के निवेश के बाद कारखाना 2019 में बंद हो गया. इस कारखाने को स्थापित कराने में निरसा के पूर्व विधायक अरूप चटर्जी की बड़ी भूमिका थी.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद