धनबाद(DHANBAD): आषाढ़ शुक्ल एकादशी को सोए भगवान विष्णु देवउठनी एकादशी के दिन चार माह बाद जगते हैं. इस साल अधिक मास के कारण यह तिथि 5 माह बाद आई है. मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं और सृष्टि के पालन का कार्यभार संभालते हैं. उनके जागने के साथ ही सारे मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं. 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी थी. इसके साथ ही लग्न शुरू हो गए हैं. मांगलिक कार्य प्रारंभ हो गए हैं.
धनबाद में इस साल थीम आधारित शादियां भी खूब बुक हुई
धनबाद में इस साल शादी, विवाह में बड़े-बड़े शहरों की तर्ज पर थीम आधारित शादियां भी खूब बुक हुई है. बाहुबली, पद्मावती ,कृष्ण राधा थीम पर शादियों की इस साल अच्छी बुकिंग है. कुछ बुकिंग तो वेस्टर्न थीम पर भी कराई गई है. त्योहारों के खत्म होने के बाद शादी, विवाह को लेकर कोयलांचल का बाजार बम बम कर रहा है. थीम पर आधारित शादियां होने से लोगों के बजट भी भाग रहे हैं. महंगाई का असर है फिर भी लोग लीक से हटकर कुछ करने की इच्छा से नए-नए तरीके ढूंढ रहे हैं. नवंबर महीने में 24, 27 और 29 को विवाह के शुभ मुहूर्त हैं. इसके अगले महीने दिसंबर में तीन ,चार, सात ,आठ ,10, 13 ,14 और 15 दिसंबर को शादी विवाह के लग्न हैं.
धनबाद में सभी बैंक्विट हॉल बुक
धनबाद का हाल तो यह है कि सभी बैंक्विट हॉल बुक हो गए हैं. डेकोरेटर और कैटरर भी सीधी मुंह बात नहीं कर रहे हैं. धर्मशाला तक में बुकिंग है. बैंड बाजा वाले भी चांदी काटने की तैयारी में है. कपड़े के दुकानदार हो,सोने चांदी के दुकानदार हो या फोटोग्राफर हो, फूलों के कारोबारी हो, सबके पास पर्याप्त बुकिंग है. थीम आधारित विवाह की तैयारी भी पूरी है. प्री वेडिंग शूट से लेकर विदाई तक की तैयारी थीम पर आधारित है. इसके लिए लोकल के अलावा बंगाल व मुंबई के इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों की बुकिंग की गई है. कहा जा सकता है कि कोयलांचल में भी परंपरा पर आधुनिकता धीरे-धीरे हावी हो रही है. महंगाई की मार है बावजूद समाज और अपने रिश्तेदारों के बीच अलग दिखाने के लिए लोग दिल खोलकर पैसे खर्च कर रहे हैं.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो