गिरिडीह(GIRIDIH): रांची एटीएस और बंगाल एसटीएफ के सहयोग से गिरिडीह पुलिस ने रविवार को जिले में मिनी माउजर फैक्ट्री का उद्भेदन किया,और करीब 31 पीस अर्धनिर्मित माउजर का बट के साथ कई और समान जब्त करने में सफलता पाया.वही एटीएस और एसटीफ के सहयोग से ही मिनी माउजर फैक्ट्री संचालन के आरोप में छह अपराधियों को भी दबोचा है.
जमुआ थाना इलाके के चपरयामो गांव में मिले इस बड़ी सफलता के कुछ घंटे बाद ही एसपी डॉ विमल कुमार,एसडीपीओ,डीएसपी विनोद रजवार समेत चार थानों के थाना प्रभारी ने प्रेसवार्ता के दौरान पूरे मामले का उद्भेदन किया और बताया कि जमुआ थाना इलाके के चपरयामो गांव में मोहम्मद दयमुद्दीन अपने घर पर इस मिनी माउजर फैक्ट्री का का संचालन कर रहा था,उसे अपने गांव में ही फैक्ट्री का संचालन करना उचित लगा,क्योंकि एसडीपीओ के नेतृत्व में एटीएस और बंगाल एसटीफ के साथ चार थानों की पुलिस ने बड़े पैमाने पर मिनी माउजर बनाने के समान जब्त किया है.इसमें 2 मिलिंग मशीन है जो किसी एसआर ट्रेडिंग से खरीदा गया है.वही एक लेद मशीन के साथ ड्रिलिंग मशीन, 15 केवीए का आयशर कंपनी का डीजी जनरेटर और 31 अर्धनिर्मित माउजर के लोहे का बट के साथ गोली लोड करने वाले लोहे का 10 पीस पिछला हिस्सा, 6 पीस लोहे का टुकड़ा, 31 पीस लोहे की पट्टी समेत एक एक बाइक जब्त किया गया, जिस दयमुद्दीन के घर में मिनी माउजर पिस्टल फैक्ट्री का उद्भेदन हुआ, उसी के घर से 17 हजार नगद के साथ एक मोबाइल जब्त किया गया.
पढें मामले पर एसपी ने क्या जानकारी दी
प्रेसवार्ता के दौरान एसपी ने बताया कि दयमुद्दीन अपने घर में मिनी माउजर पिस्टल फैक्ट्री का संचालन करने के साथ अपने सहयोगियों के सहयोग से उसे बिहार, झारखंड और बंगाल में डिमांड के आधार पर सप्लाई भी करता था.ये गिरफ्तार अपराधियो से पूछताछ में स्पष्ट हुआ.लिहाजा, ये एक बड़ी उपलब्धि है गिरिडीह पुलिस के लिए, तो टीम में शामिल अधिकारियों और जवानों के लिए रिवॉर्ड देने का अनुशंसा किया जाएगा.इधर गिरफ्तार अपराधियो में दयमुद्दीन के साथ बिहार के मुंगेर के मोहम्मद इमरान, मोहम्मद सोनू, मोहम्मद शकील, मोहम्मद अफरोज और मुंगेर के रामनगर थाना इलाके के सफियाबाद निवासी रूपेश शर्मा शामिल हैं.
जमुआ में जब्त मिनी माउजर पिस्टल फैक्ट्री कुछ महीने पहले तैयार किया गया था
एसपी ने बताया कि मोहम्मद सोनू, मोहम्मद इमरान के खिलाफ बिहार के खुसरूपुर में पहले से आर्म्स एक्ट का केस दर्ज है,तो मोहम्मद सोनू के खिलाफ भी आर्म्स एक्ट का केस इसी थाने में दर्ज है,जबकि अफरोज के खिलाफ बांका में आर्म्स एक्ट का केस दर्ज है.एसपी ने इस दौरान स्पष्ट करते हुए कहा कि जमुआ में जब्त मिनी माउजर पिस्टल फैक्ट्री कुछ महीने पहले तैयार किया गया था. जहा से माउजर पिस्टल तैयार कर उसे झारखंड बिहार और बंगाल में बेचा जाता था. और एक पिस्टल की कीमत लाखों रुपए तक था.एसपी के अनुशार मुंगेर का इमरान, मोहम्मर सोनू और अफरोज के साथ शकील माउजर पिस्टल तैयार करने में एक्सपर्ट था, और दयमुद्दीन इनके संपर्क आया और घर पर माउजर पिस्टल तैयार करने वाला फैक्ट्री बनाया.
रिपोर्ट-दिनेश कुमार रजक