दुमका(DUMKA):खनिज संपदा से भरपूर झारखंड राज्य में पलायन एक गंभीर समस्या है. रोजगार की तलाश में पूरे राज्य से युवा दूसरे राज्यों में पलायन करते हैं.संथाल परगना प्रमंडल में ये समस्या कुछ ज्यादा ही विकराल है. तभी तो सड़क मार्ग हो या रेल मार्ग पलायित मजदूरों की फौज हर जगह आपको नजर आएगी. खासकर दुमका के कामगार लेह, लद्दाख जैसे दुर्गम स्थानों की ओर जाकर बीआरओ के साथ मिलकर सड़क निर्माण कार्य से जुड़कर अपने परिवार की परवरिश करते हैं.
मनाली में दुमका के प्रवासी मजदूर की मौत
अक्सर ऐसे स्थानों पर कामगार हादसे का शिकार होते हैं, और अपनी जान गवांते है. ताजा मामला शहर का कान्हूपाड़ा का है. रामनवमी के 2 दिन बाद मेट के माध्यम से हिमाचल प्रदेश के मनाली गए बजरंग कुमार हादसे का शिकार हो गए. जिसमे उसकी मौत हो गयी. परिवार वालों को सुबह मनाली की पुलिस ने फोन कर इसकी जानकारी दी. जानकारी मिलते ही घर मे कोहराम मच गया. भाई शव लाने मनाली के लिए रवाना हो गया है. रविवार को शव के दुमका आने की संभावना है.
घर में मचा कोहराम
वहीं इसके बाद सांत्वना देने वालों की भीड़ लगी है. मां और दादी का रो-रोकर बुरा हाल है. मृतक की मां बेबी देवी ने बताया कि बजरंग तीन भाईयों में सबसे बड़ा था. रामनवमी के दो दिन बाद दुधानी में रहने वाले मेठ रेहान अंसारी बजरंग और उसकी मौसी के बेटे विक्की को काम कराने के लिए अपने साथ ले गया. गुरुवार की देर शाम मुहल्ले के एक व्यक्ति ने आकर बताया कि मनाली पुलिस का फोन आया था, उसने बताया कि बजरंग की काम के दौरान हादसे में मौत हो गई.
मृतक का छोटा भाई शव लाने गया मनाली
सत्यता जानने के लिए नगर थाना गई, तो वहां भी यह बात बताई गई. सुबह छोटा भाई शव लाने के लिए रवाना हो गया. मां ने बताया कि बेटे के शव को देखने के लिए पूरा परिवार परेशान है. इधर मौत की खबर सुनकर मजदूर नेता विजय कुमार घर पहुंचे और पीड़ित परिवार को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया. विजय ने बताया कि छोटा भाई शव लाने के लिए गया है. कंपनी के लोग सारी व्यवस्था कर शव को घर भेजेंगे.
रिपोर्ट-पंचम झा