देवघर(DEOGHAR): देवघर सदर अस्पताल परिसर में दो से चार दिन में जन औषधि केंद्र खुलने जा रहा है. जिसके माध्यम से अब यहां आने वाले मरीजों को बाहर से महंगी दवाई नहीं खरीदनी पड़ेगी. इससे उनके जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ने से बच जाएगा.
ब्रांडेड और फार्मा कंपनी की मोनोपॉली को कम करने के लिए हुई थी शुरुआत
बीमारी अमीरी गरीबी नही देखती.कभी भी किसी भी वर्ग के लोगो को हो सकती है.बीमारी में डॉक्टर की ओर से लिखी जानी वाली कई ऐसी भी दवा होती है. जो काफी महंगी मिलती है. जो सक्षम होते हैं, वो पानी की तरह रुपिया बहाकर अपना इलाज करवा लेते हैं. लेकिन जो सक्षम नहीं होते हैं. वो अपना इलाज बमुश्किल करवा पाते हैं. नतीजा होता है अक्सर पैसा के अभाव में उन्हें अपनी जान भी गवानी पड़ती है. इसी को ध्यान में रखते हुए सिंतबर 2015 में प्रधानमंत्री जन औषधि योजना की शुरुआत की गई. जिसका उद्देश्य गरीब और वंचितों को सस्ती दवाई मुहैया करवाना है. इसकी ओर से ब्रांडेड फार्मा कंपनी की मोनोपॉली को समाप्त करना है. जो मनचाहा दर निर्धारित कर भोले भाले मरीजों की जेब ढ़ीली करते आ रहे हैं. जन औषधि योजना को और व्यापक रूप देने के लिए 2016 में इसे प्रधानमंत्री जन औषधि परियोजना कर दिया गया.इसके तहत देश भर में जेनरिक दवाओं के लिए जन औषधि केंद्र खुलने लगा. इस केंद्र में वैसी सभी जेनरिक दवा उपलब्ध रहती है, जो ब्रांडेड या फार्मा की दवाइयों से काफी सस्ती होती है.
60 से 70 फीसदी तक कम दर पर मिलती है दवाई
जेनरिक दवाइयों के प्रति लोगो को जागरूक करना. स्वास्थ्य की वजह से किसी भी परिवार का बजट गड़बड़ नही होने देना इत्यादि उद्देश्य से शुरू हुई. प्रधानमंत्री जन औषधि परियोजना के तहत जन औषधि केंद्र का लाभ अब देवघर सदर अस्पताल आने वाले मरीजों को भी मिलेगा. केंद्र खोलने के लिए सभी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. उम्मीद है दो से चार दिनों में केंद्र का संचालन विधिवत हो सकती है. जन औषधि केंद्र से वैसे मरीजों को अत्यधिक लाभ होगा. जो आर्थिक रूप से काफी कमजोर है. हालांकि सदर अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीजों को मुफ्त दवा तो मुहैया कराई ही जाती है. लेकिन कई ऐसी भी दवा होती है. जिन्हें मरीजों को बाजार के दुकानों से खरीदना पड़ता है.
दवा 60 से 70 फीसदी कम कीमत पर उपलब्ध हो जाएगी
आने वाले दिनों में जब जन औषधि केंद्र सदर अस्पताल में खुल जाएगा. तब मरीजों को बाजार के दवा दुकान का रुख नही करना पड़ेगा. उन्हें वही ब्रांडेड या फार्मा कंपनियों की जगह जेनेरिक दवा 60 से 70 फीसदी कम कीमत पर उपलब्ध हो जाएगी. देवघर शहरी क्षेत्र में पहले से 3 जन औषधि केंद्र खुला हुआ है. सदर अस्पताल में चौथा केंद्र खुलने जा रहा है।सदर अस्पताल में खुलने के बाद उम्मीद की जा रही है. कि जेनरिक दवाओं के प्रति लोगों का विश्वास और बढ़ेगा. जिसका असर बाजार के दुकानों पर देखने को मिल सकता है.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा
