रामगढ़ (RAMGARH) : जामुनटांड हेसला में स्थित बॉयोजेनेटिक लैबोरेट्री प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री के प्रांगण में रखे गए मेडिकल वेस्ट दवाओं, पट्टी, केमिकल युक्त कचड़ों के ढेर पर लगी आग पिछले 29 घंटों से धधक रही है. आग बीते शुक्रवार बॉयोजेनेटिक लैबोरेट्री फैक्ट्री कचड़ा डंप में लगी थी. दूसरे दिन शनिवार को बॉयोजेनेटिक फैक्ट्री के द्वारा जेसीबी मशीन मंगवा कर कचड़ों के ढेर में लगी आग को काबू में करने के लिए मेडिकल वेस्ट पॉलिथीन बैगो को अलग हटाने का काम किया जा रहा था. जबकि एक दमकल की गाड़ी आग बुझाने के लिए लगी हुई थी.
7 टैंकर से आग बुझाने के बाद भी नहीं थम रही आग की लपटें
इस संबंध में बॉयोजेनेटिक फैक्ट्री के कर्मचारी दिनेश मुंडा ने बताया कि शुक्रवार रात 10 बजे तक करीब 7 टैंकर से आग बुझाने का काम किया गया था. लेकिन इसके बाद भी आग फिर से धधकने लगी थी. जिसे काबू में करने के लिए कचड़ों को दूर हटाने का काम जेसीबी मशीन से करवाया जा रहा था. इधर आग की लपटों के साथ धुआं लगातार वातावरण में फ़ैल रहा है. इससे गिद्दी, रेलीगढ़ा, नईसराय और अरगड्डा की ओर से आनेवाले वाहन चालकों, राहगीरों, यात्रियों को सांस लेने में काफी परेशानी हो रही है. उनके द्वारा आंखों में जलन की भी शिकायत की जा रही है. ग्रामीण बताते हैं कि फैक्ट्री से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में भी कई बार प्रशासन को अवगत कराया जाता रहा है. लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे लोग गंभीर बीमारी के प्रति भयाक्रांत भी हैं.
कई जिलों का मेडिकल वेस्ट पहुंचता है यहां
बता दें कि आधा दर्जन जिलों के अस्पतालों से वेस्ट मेडिकल दवा, पट्टी, केमिकल यहां पहुंचते हैं. जानकारी के अनुसार बायोजेनेटिक लैबोरेट्री प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री हेसला में आधा दर्जन जिलों के अस्पतालों से मेडिकल वेस्ट दवाइयां, पट्टी, केमिकल की बोतलें, सुई आदि लाए जाते हैं. यहां इन्हें चिमनी के भट्टे में जलाकर नष्ट किया जाता है. यहां रामगढ़, बोकारो, धनबाद, चतरा, रांची, जमशेदपुर आदि जिलों से बेकार दवा, पट्टीयां केमिकल युक्त बोतल लाए जाते हैं.
रिपोर्ट : जयंत कुमार, रामगढ़