रांची(RANCHI): झारखंड मंत्रालय में हेमंत कैबिनेट की बैठक गुरुवार को होने वाली है. इस बैठक में कई अहम प्रस्ताव पर मुहर लगेगी. उम्मीद जताई जा रही है कि संविदा कर्मियों को स्थाईकरण की भी सौगात मिल सकती है. साथ ही पूर्व की बैठक में 1932 अधारित स्थानीय नीति पर लिए गए फैसले में भी संशोधन हो सकता है.
हेमंत सरकार अपने चुनावी वादों को पूरा करने में लगी हुई है. इसी कड़ी में पिछले 14 सितंबर को 1932 आधारित स्थानीय नीति और ओबीसी आरक्षण के प्रस्ताव पर मुहर लगी थी. इसके बाद कई जगहों पर 1932 का विरोध हो रहा था. सबसे अधिक कोल्हान में विरोध देखने को मिला था. इस विरोध में पूर्व मुख्यमंत्री मधू कोडा भी शामिल थे. इसके बाद सरकार ने सभी को अश्वाशन दिया था की सरकार सभी लोगों के हित में काम करेगी.उम्मीद जताई जा रही है कि कोल्हान के लोगों के लिए 1964 का खातियान को मान्य किया जाएगा. गुरुवार को कैबिनेट की बैठक में यह संशोधन भी हो सकता है. इसके अलावा संविदा कर्मियों को स्थाई करने का भी प्रस्ताव आ सकता है.
अब 11 नवंबर को विधानसभा में 1932 अधारित स्थानीय नीति का विधेयक पास होना है. इसे लेकर भी सभी मंत्री और विधायक अपनी रणनीति बनाने में जुटे हैं. अब विधानसभा में सत्ता पक्ष के अलावा भाजपा की सहयोगी आजसू भी सरकार को 1932 और ओबीसी आरक्षण पर समर्थन करेगी.