Ranchi- गिरिडीह पुलिस ने मानव तस्करों के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई करते हुए आठ नाबालिगों को उनके चंगुल से मुक्त करवाया है. बताया जा रहा है कि चंदौरी निवासी सूजित साह नौकरी दिलवाने के नाम पर आठ नाबालिगों को दूसरे प्रदेश भेजने की फिराक में था. लेकिन समय रहते इसकी सूचना तिसरी थाना प्रभारी प्रदीप कुमार को लग गयी और प्रशासन ने तत्काल मामले में सुनवाई करते हुए आठ नाबालिगों को मुक्त करवा लिया. फिलहाल सभी नाबालिगों को प्रशासन के द्वारा बाल कल्याण समिति को सौंपा गया है. जहां से सभी उन्हें उनके परिजनों को सौंपे जाने की तैयारी की जा रही है.
भोले भाले युवाओं को काम दिलाने के नाम पर शिकार बनाते हैं मानव तस्कर
यहां बता दें कि झारखंड में मानव तस्करी एक बड़ी समस्या रही है, मानव तस्करों के द्वारा भोले भाले ग्रामीणों को काम दिलाने के नाम पर बड़े बड़े शहरों में भेजा जाता है, इसमें बड़ी संख्या कम उम्र की लड़कियों की होती है, पिछले पांच साल में मानव तस्करी के 1574 दर्ज हो चुके हैं. 18 वर्ष से कम उम्र के मानव तस्करी के शिकार युवकों की संख्या 332 और 18 वर्ष या उससे अधिक की संख्या 216 थी. सरकार और प्रशासन की कोशिश मानव तस्करों पर लगाम लगाने की है, लेकिन राज्य में रोजगार का अभाव में इसमें बड़ी बाधा है.
अवैध शराब कारोबारी गिरफ्तार
अवैध शराब कारोबार के आरोप में धनवार निवासी आनन्द यादव और बरजो गांव निवासी दीपक विश्वकर्मा नामक दो धंधेबाजों को भी हिरासत में लिया गया है. दोनों आरोपी एक सफेद रंग के स्वीफ्ट डिजायर वाहन से ब्रांडेड कंपनी के 12 पेटी शराब की पेटी को लोड कर बिहार भेजने की तैयारी में थें. जिसकी सूचना थाना प्रभारी को लग गयी और बगैर देरी किये छापेमारी कर शराब तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस फिलहाल पुलिस वाहन मालिक की खोज में जुटी हुई है
रिपोर्टः दिनेश