धनबाद(DHANBAD): संथाल परगना के तीन लोकसभा सीट गोड्डा, राजमहल और दुमका में अंतिम चरण में चुनाव होंगे. यानी तीनों लोकसभा सीट पर पहली जून को मत पड़ेंगे. इस बीच 15 मई को संथाल में कांग्रेस का अल्पसंख्यक चेहरा आलमगीर आलम की गिरफ्तारी हो गई है. चुनाव के बीच इस गिरफ्तारी की चर्चा थोड़ी तेज है. यह बात भी सच है कि लोग यह भी कहते हैं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. सवाल उठता है कि चुनाव के वक्त आलमगीर आलम की गिरफ्तारी का असर संथाल की सियासत पर क्या कुछ पड़ेगा अथवा सब कुछ सामान्य ढंग से रहेगा. राजनीतिक पंडित भी इस मामले में दुविधा में है. लेकिन यह जरूर कहते हैं कि आलमगीर आलम की गिरफ्तारी की सहानुभूति इंडिया गठबंधन को मिल सकती है. हालांकि कुछ लोगों का यह भी कहना है कि आलमगीर आलम के पीएस और उनके नौकर के पास नोटों का पहाड़ मिलन सहानभूति लहर को कमजोर कर सका है. और इससे इंडिया गठबंधन को नुकसान भी हो सकता है.
कांग्रेस पार्टी पहले से ही थी चौकन्नी
यह अलग बात है कि छापेमारी के बाद से ही झारखंड कांग्रेस आलमगीर आलम को लेकर चौकन्ना थी. राहुल गांधी की सभा में आलमगीर आलम कहीं दिखाई नहीं दिए. यह बात भी सच है कि आलमगीर आलम मुस्लिम मतदाता बहुल पाकुड़ से विधायक है. एनडीए के लोगों को हमला करने का आलमगीर आलम की गिरफ्तारी एक औजार मिल गया है. प्रधानमंत्री सहित झारखंड में जो भी इंडिया के स्टार प्रचारक आ रहे हैं, नोटों के पहाड़ की चर्चा खूब कर रहे है. वैसे संथाल के मतदाता इसे किस रूप में लेते हैं, इसका पता तो 4 जून को ही लगेगा. लेकिन यह भी तय माना जा रहा है कि इस गिरफ्तारी ने कांग्रेस को बैक फुट पर लाकर खड़ा कर दिया है.
झारखंड में अधिकारियों की गिरफ्तारी की सूची कोई छोटी नहीं
झारखंड में अधिकारियों की गिरफ्तारी की सूची कोई छोटी नहीं है. यह अलग बात है कि भ्रष्टाचार के मामले में ही पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जेल में है तो अब मंत्री आलमगीर आलम भी गिरफ्तार कर लिए गए है. आई ए एस पूजा सिंघल की गिरफ्तारी 11 मई 2022 को हुई थी. पूजा सिंघल पर आय से अधिक संपत्ति और मनरेगा घोटाले का आरोप है. वही चीफ इंजीनियर रहे वीरेंद्र राम की गिरफ्तारी 22 फरवरी 2023 को हुई थी. वीरेंद्र राम पर आरोप है कि पद का दुरुपयोग कर आय से अधिक संपत्ति जुटाया और करोड़ों रुपए को काले धन से सफेद बनाने की कोशिश की. फिर 4 मई 2023 को रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन को ईडी ने गिरफ्तार किया. उन पर जमीन की हेरा फेरी का आरोप है. एक साल के भीतर पूजा सिंघल के बाद छवि रंजन दूसरे ऐसे आईएएस अधिकारी हैं , जिन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया था. फिर 7 मई 2024 को मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल और जहांगीर को गिरफ्तार किया गया. उसके बाद 15 मई को आलमगीर आलम की गिरफ्तारी हुई है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो