दुमका(DUMKA):लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में झारखंड के संथाल परगाना प्रमंडल के तीन सीट गोड्डा, दुमका और राजमहल में शांतिपूर्वक मतदान संपन्न हो गया.कहीं कहीं से विलंब से मतदान शुरू होने और ईभीएम में तकनीकी खराबी के साथ-साथ दुमका के बागडूबी एवं देवघर में ग्रामीणों द्वारा वोट बहिष्कार की सूचना को छोड़ कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना प्राप्त नहीं है.प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है. अब लोगों को 4 जून के इंतजार है.
मुख्य मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी सीता सोरेन और झमुमो प्रत्याशी नलीन सोरेन के बीच है
दुमका लोकसभा की बात करें यहां कल 19 प्रत्याशी मैदान में है.लगभग 16 लाख मतदाता इनकी किस्मत का फैसला कर चुके हैं.मुख्य मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी सीता सोरेन और झमुमो प्रत्याशी नलीन सोरेन के बीच है.दोनों के बीच कांटे की टक्कर है.शहर से लेकर गांव तक प्रजातंत्र के इस महापर्व में मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी निभाई. शुरुआती समय में मौसम ने भी मतदाताओं का साथ दिया. दोपहर तक आसमान में बादल छाए रहने के कारण लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली, लेकिन दोपहर बाद तेज धूप और उमेश भरी गर्मी भी मतदाताओं का उत्साह फीका नहीं कर पाया। शिक्षा, स्वास्थ्य, विकास जैसे मुद्दों के साथ केंद्र में स्थिर सरकार और भ्रष्टाचार के साथ साथ हेमंत सोरेन के जेल जाने को आधार बनाकर मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
बीजेपी प्रत्याशी डॉक्टर निशिकांत दुबे और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी प्रदीप यादव के बीच है
गोड्डा लोकसभा की बात करें तो मुख्य मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी डॉक्टर निशिकांत दुबे और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी प्रदीप यादव के बीच है,लेकिन इस सब के बीच निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे अभिषेक झा ने चुनाव को रोचक बना दिया है. गोड्डा सीट पर विकास से ज्यादा बाहरी भीतरी और आगड़ा पिछड़ा का मुद्दा छाया रहा.रोचक
राजमहल सीट पर विकास के साथ साथ भ्रष्टाचार का मुद्दा छाया रहा
राजमहल सीट पर विकास के साथ साथ भ्रष्टाचार का मुद्दा छाया रहा.मुख्य मुकाबला झामुमो प्रत्याशी बिजय हांसदा और बीजेपी प्रत्याशी ताला मरांडी के बीच है.झामुमो के बागी विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने निर्दलीय मैदान में कूदकर मुकाबला को रोचक बनाने का प्रयास जरूर किया लेकिन यहां विकास और भ्रष्टाचार का मुद्दा ही हावी रहा.कुल मिलाकर कहें तो तीनों लोकसभा क्षेत्र में शांतिपूर्ण मतदान होने से जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली. चुनाव परिणाम के लिए 4 जून तक इंतजार करना होगा.फिलहाल सभी प्रत्याशी अपनी अपनी जीत का दावा करते नजर आ रहे हैं.
रिपोर्ट-पंचम झा