TNP DESK: झारखंड के इंडिया गठबंधन में फिलहाल उम्मीदवार घोषित करने में झारखंड मुक्ति मोर्चा कांग्रेस से आगे है. कांग्रेस को 7 सीटों पर चुनाव लड़ना है. जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा को 5 सीटों पर ही चुनाव लड़ना है. लेकिन अब तक झारखंड मुक्ति मोर्चा चार सीटों पर अपनी उम्मीदवार की घोषणा कर चुका है. लेकिन कांग्रेस तीन सीटों पर ही उम्मीदवार की घोषणा कर पाई है. चार सीटों पर अभी पेंच फंसा हुआ है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 5 सीटों से की उम्मीदवार की घोषणा
मंथन का दौर चल रहा है. लोग उम्मीदवार की प्रतीक्षा कर रहे हैं. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने राजमहल सीट से लगातार दो बार सांसद रहे विजय हांसदा को फिर से मैदान में उतारा है. सिंहभूम में मनोहरपुर विधायक जोबा मांझी को उतारने का ऐलान कर दिया है. जोबा मांझी चार बार मंत्री भी रह चुकी हैं .इसके साथ ही झारखंड मुक्ति मोर्चा अपने कोटे के 5 सीटों में से दुमका, गिरिडीह ,राजमहल, सिंहभूम से पार्टी उम्मीदवार की घोषणा कर दी है.
कांग्रेस अभी तक तीन सीटों पर ही उम्मीदवार की घोषणा कर पाई
कांग्रेस अभी तक तीन सीटों पर ही उम्मीदवार की घोषणा कर पाई है. कांग्रेस ने अब तक खूंटी, लोहरदगा और हजारीबाग पर ही उम्मीदवार की घोषणा की है. कांग्रेस ने लोहरदगा से सुखदेव भगत, खूंटी से कालीचरण मुंडा और हजारीबाग से जे पी पटेल को टिकट दिया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने दुमका से विधायक नलिन सोरेन को मैदान में उतारा है. गिरिडीह से टुंडी से तीन बार विधायक रहे मथुरा प्रसाद महतो को टिकट दिया है. बाम दल की ओर से बगोदर के विधायक विनोद सिंह को कोडरमा से उतारा गया है. पलामू सीट पर राजद ने ममता भुइयां को प्रत्याशी बनाया है. इस प्रकार झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा को एक सीट पर उम्मीदवार की घोषणा करनी है, तो कांग्रेस को अभी चार सीटों पर उम्मीदवार की घोषणा करनी है.
कांग्रेस के कोटे के सीटों पर मंथन चल रहा है. आला कमान पर दबाव भी है. चर्चा तो कई तरह की हैं. चर्चा तो यह भी है कांग्रेस चतरा से किसी पैराशूट उम्मीदवार की प्रतीक्षा कर रही है. वहीं गोड्डा के लिए भी दबाव है.धनबाद का भी वही हाल है. अब देखना है कि कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा कब तक उम्मीदवारों की घोषणा करते हैं.
एनडीए के उम्मीदवार चुनाव प्रचार में लगे
इधर, एनडीए ने झारखंड में अपने सारे उम्मीदवार की घोषणा कर दी है. उम्मीदवार चुनाव प्रचार में भी लग गए हैं. लेकिन इंडिया ब्लॉक में सभी जगह पर उम्मीदवार की घोषणा नहीं होने से उहापोह की स्थिति बनी हुई है. चुनाव प्रचार के बजाय लोग टिकट पाने के लिए गणेश परिक्रमा कर रहे हैं.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो