धनबाद(DHANBAD): धनबाद के गोविंदपुर की झाड़ियां में मिली इस अनाथ बच्ची की किस्मत ने ऐसा पलटा खाया कि खुद तो वह अब विदेश में जाकर पलेगी , साथ ही जिस परिवार में जा रही है, उसकी भी किस्मत के बंद ताले को खोल दी है. यह कहानी किस्मत के खेल के सिवा कुछ भी नहीं है. एक वर्ष पहले एक नवजात बच्ची गोविंदपुर की झाड़ियों में फेंकी हुई मिली थी. तब किसी को कहां पता था कि जिस मां ने चाहे जिस मजबूरी में , अपने कलेजे के टुकड़े को झाड़ियों में फेंक दिया. वह एक दिन अपनी किस्मत तो बदल ही लेगी दूसरों के जीने का आधार बन जाएगी.
जिस समय बच्ची झाड़ी में मिली थी. उस समय उसकी हालत बहुत खराब थी. उसे अशर्फी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सीडब्लूसी को जानकारी मिलने के बाद बच्ची को अपनी कस्टडी में लेकर इलाज कराया गया. ठीक होने के बाद बच्ची को सरायढेला स्थित स्पेशलाइज्ड एडॉप्शन एजेंसी में रखा गया . एक वर्ष तक बच्ची की देखभाल हुई. उसके बाद अमेरिका में रह रहे एक दंपति ने उसे गोद लेने का प्रयास शुरू किया. इस दंपति का अमेरिका में अपना कारोबार है, जबकि मां यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर है.
शुक्रवार को सीडब्लूसी में बच्ची को लेने के लिए जब गोद लेने वाले पिता, उनकी बहन और दो पड़ोसी पहुंचे तो सहसा किसी को भरोसा नहीं हुआ कि अब यह बच्ची अमेरिका चली जाएगी. बात यही खत्म नहीं होती है. बच्ची इतनी किस्मत वाली है कि जब यह दंपति गोद लेने की प्रक्रिया शुरू की. उसके बाद अमेरिका में गोद लेने वाली मां गर्भवती हो गई. धनबाद पहुंचे पिता ने बताया कि वह 6 माह की गर्भ से है. इसलिए भारत नहीं आ पाई. गर्भवती होने के बाद भारत की एजेंसी ने उनसे पूछा कि क्या अब भी गोद लेना चाहते है. इस पर पत्नी ने कहा कि इस बच्ची के जीवन में आते ही उजाला आ गया है. इसलिए इसका साथ कभी नहीं छोड़ेंगे.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो