लोहरदगा (LOHARDAGA) : जिला उद्यान विभाग के कार्यालय परिसर में विभाग के द्वारा हाइटेक तकनीक से हल्दी उत्पादन करने का काम किया जा रहा है. राज्य सरकार के द्वारा इसे बढ़ावा देने और किसानों को नई तकनीक से रूबरू कराने के लिए यह कदम उठाया गया है. जीवा अमृत इस उत्पादन में चार चांद ला रहा है. राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत हल्दी की मृदा रहित संरक्षित खेती करने का भी काम किया जा रहा है.
चार सौ मीटर में तैयार किया गया है तकनीक
चार सौ मीटर में तैयार किए गए इस तकनीक का मुख्य उद्देश्य किसानों का ध्यान इस ओर आकर्षित करना है. इस तकनीक से हल्दी का उत्पादन ओपन फील्ड की तुलना से तीन से चार गुणा उत्पादन अधिक होता है, उद्यान विभाग के द्वारा अपनाए गए इस तकनीक की वजह से यह कीट रहित उत्पादन हो रहा है, ऐसे में कीटनाशक का इस्तेमाल नहीं होने की वजह से इसे हर्बल के रुप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है, जिला उद्यान विभाग के परिसर में उत्पादित किए जा रहे इस हल्दी के उत्पादन में मिट्टी का उपयोग नहीं किया गया है, मिट्टी की जगह कोकोपिट का इस्तेमाल करने से उत्पादन की क्षमता में बढ़ोतरी आई है
रिपोर्ट :गौतम लेनिन, लोहरदगा