टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : झारखंड की हेमंत सरकार के लिए इसी पार्टी के वरिष्ठ विधायक लोबिन हेंब्रम ने एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है. वो अपनी ही सरकार पर के खिलाफ आवाज उठाते रहते है. एक बार फिर उन्होंने अपनी सरकार पर हमला बोला है. जेएमएम विधायक लोबिन हेंब्रम ने राज्य सरकार के फैसले पर सवाल उठाये हैं. कैबिनेट की बैठक में जिस तरह से महागामा में 300 बेड के अस्पताल बनाने की स्वीकृति मिली है. उसे लेकर उनका कहना है कि बोआरीजोर में कोयला उत्खनन कर रही ECL के CSR फंड से अस्पताल बनना है. इसलिए ये अस्पताल भी बोआरीजोरा में ही बनना चाहिए. क्योंकि कोयला उत्खनन से ओआरीजोरा के लोग ही अब तक प्रभावित हुए हैं. सरकार ने अगर अपना फैसला नहीं बदला तो जनता के लिए वे कोर्ट भी जाने को तैयार रहेंगे. उनके बागी तेवरों से पार्टी पहले भी कई बार असहज हुई है.
पहले भी कई बार उठा चुके हैं सवाल
ये पहला मौका नहीं है जब जेएमएम विधायक ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाये हैं इससे पहले लोबिन हेंब्रम ने स्थानीय और नियोजन नीति पर भी अक्सर बोलते दिखे. कोई भी ऐसा मुद्दा नहीं है जिसपर उन्होंने JMM पर निशाना न साधा हो. विधायक ने अवैध खनन को लेकर भी कई बार सरकार को घेरा है. इसके अलावा पारसनाथ पहाड़ी को लेकर भी सरकार पर सवाल किए थे. वहीं, शराबबंदी लागू करने की मांग कर भी सरकार को घेर चुके हैं. उन्हें अक्सर ये कहते हुए सुना गया है कि अगर अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने से मुझे बागी कहा जाता है तो हाँ मैं बागी हूँ.