रांची(RANCHI): - छत्तीसगढ़ में विधानसभा का चुनाव हो रहा है 7 और 17 नवंबर को वहां मतदान होगा वर्तमान कांग्रेस की बघेल सरकार पर एक बड़ा आरोप लगा है प्रवर्तन निदेशालय यानी एट ने 508 करोड रुपए जप्त किए हैं इसके बारे में बताया जा रहा है कि यह हवाला के माध्यम से सट्टा रोड दल को चुनावी खर्च के लिए उपलब्ध कराया जा रहा था. प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों के हवाले से जो अब तक खबर आई है उसके हिसाब से इतनी भारी भरकम राशि के साथ गिरफ्तार किया गया व्यक्ति ने कबूल किया है कि यह बघेल सरकार के लिए पैसे उपलब्ध कराए गए थे.
कहां से आया इतना बड़ा पैसा यह जानिए
जानकारी के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों को यह खुफिया जानकारी मिली थी कि चुनावी खर्च के लिए छत्तीसगढ़ में बड़ी मात्रा में पैसे की आवाजाही हो रही है. इस पर नजर रखी गई थी. इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय को सबूत मिल गए और राशि को बरामद कर लिया गया. इसको लेकर भाजपा रेस हो गई है.दिल्ली में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से इस संबंध में सफाई मांगी है.उधर भूपेश बघेल ने साफ तौर पर कहा है कि प्रवर्तन निदेशालय केंद्र की मोदी सरकार का एक हथियार है जिसके माध्यम से वह कुछ भी करवा सकती है.
झारखंड में राजनीतिक बयान बाजी को भी जान लीजिए
छत्तीसगढ़ पड़ोसी राज्य है।इसलिए वहां के घटना का प्रभाव या उसकी चर्चा झारखंड में होना स्वाभाविक है. बीजेपी ने कहा है कि बघेल सरकार पहले से ही विवादों के घेरे में है भ्रष्टाचार के कई आरोपी सरकार पर लगा चुके हैं ताजा मामला एक उदाहरण है भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अविनेश कुमार ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार किसी भी तरह से चुनाव जीतना चाहती है. धनबल का प्रयोग किया जा रहा है.
इधर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कहा है कि इतनी बड़ी राशि तो भूपेश बघेल देख भी नहीं होंगे.ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय इसी तरह से कहानी गढ़ती रहती है. ईडी तो यह भी कर सकती है कि यह पैसा झारखंड मुक्ति मोर्चा का है. कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय बीजेपी के सारे पर सारे काम कर रहा है. उल्लेखनीय है कि एक बेटिंग कंपनी जो सऊदी से ऑपरेट करती है उसी ने कथित रूप से हवाला के माध्यम से 508 करोड रुपए छत्तीसगढ़ की कांग्रेस को चुनावी खर्च के लिए उपलब्ध करा रही थी तभी यह ईडी के हत्थे चढ़ गई.