धनबाद(DHANBAD): धनबाद के धैया पंचशील परिसर में सोमवार को काशी उतर आई. नयाना विराम गंगा आरती देखने और पुण्य के भागी बनने के लिए भारी भीड़ जुटी. यहां शिव महापुराण की कथा चल रही है. यह कथा 31 दिसंबर तक चलेगी. 24 दिसंबर से कथा वाचन की शुरुआत की गई है. हर दिन अलग-अलग प्रसंगों पर कथा वाचन हो रहा है. भारी संख्या में लोगों की भीड़ जुट रही है. रविवार को व्यासपीठ से बोलते हुए महाराज जी ने कहा कि संघर्ष उतना ही करें, जितना सामर्थ्य को सुहाय, अभिमान और झूठी प्रतिष्ठा के लिए संघर्ष कभी फल नहीं देता.
व्यर्थ सोच कर समय न बर्बाद करे
लोग क्या कहेंगे, यह सोचने वाले व्यर्थ में अपना समय और ऊर्जा गवाते हैं. यहां सब की पूंछ में आग लगी हुई है, किसी को किसी के लिए फुर्सत नहीं है, इसलिए आप भी व्यर्थ ना सोचे कि दूसरे क्या कहेंगे. व्यासपीठ से उक्त बातें रविवार को चैतन्य जी महाराज ने कही. सोमवार को सती जन्म, शिवसती विवाह, शिव सती वियोग आदि प्रसंग पर प्रवचन हुआ. देर शाम भव्य आरती का आयोजन हुआ. यह आरती काशी के विश्व प्रसिद्ध आरती की तर्ज पर हुई. ऐसा लग रहा था मानो काशी कोयलांचल पहुंच गई है. लोगों की भारी भीड़ जुटी हुई थी. जैसे-जैसे कार्यक्रम आगे बढ़ता गया, श्रद्धालु भगवान की भक्ति में लीन होते चले गए.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद