सरायकेला(SARAIKELA):जमशेदपुर में हुए बहुचर्चित ज्योति अग्रवाल हत्याकांड में पुलिस लगातार चौंकानेवाले खुलासे कर रही है, एक तरफ जहां बीते शुक्रवार को हुई ज्योति अग्रवाल की हत्या का खुलासा पुलिस ने महज 72 घंटे के अंदर कर दिया, जिसमे ज्योति अग्रवाल के पति और अन्य तीन को आरोपी बनाते हुए पुलिस ने गिरफ्तार किया, तो वहीं आज ज्योति अग्रवाल हत्याकांड के फरार दो अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.गिरफ्तार आरोपियों में पूर्वी सिंहभूम के सिदगोड़ा के रहने वाले विशाल प्रसाद उर्फ विशाल कालिंदी और प्रकाश उर्फ बोंदा उर्फ शंकर देवगम शामिल है.
ज्योति के पिता ने अपने दामाद के खिलाफ कराया था मामला दर्ज
सरायकेला जिला के चांडिल अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कार्यालय में प्रेस वार्ता में एसडीपीओ सुनील कुमार राजवाड़ ने इस बात की जानकारी दी, और बताया कि बीते 29 मार्च को कांदरबेड़ा और वेव इंटरनेशनल होटल के बीच एनएच 33 पर अज्ञात अपराधियों द्वारा ज्योति अग्रवाल को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद ज्योति अग्रवाल के पिता प्रेमचंद अग्रवाल ने अपने दामाद रवि अग्रवाल पर ही बेटी को षड्यंत्र के तहत हत्या करने का मामला दर्ज कराया था.
कुछ इस तरह रची गई थी हत्या की साजिश
आपको बताये कि जमशेदपुर के कारोबारी रवि अग्रवाल ने बड़े ही फिल्मी अंदाज में अपनी पत्नी की हत्या की साजिश रची, और खाना खिलाने के बहाने अपनी पत्नी और दो बच्चों संग गाड़ी से निकल गये, पंजाब होटल में परिवार संग खाना भी खाया, हत्या की साजिश इतने शातिराना अंदाज मे रची गई थी कि ज्योति को इसकी भनक तक नहीं लगी, पहले तो आरोपी रवि अग्रवाल ने पुलिस को बरगलाने के लिए एक मनगढ़ंत कहानी रची, जिसमे उसने पुलिस को बताया कि बहुत दिनों से उसे 25 लाख की रंगदारी को लेकर उसके कार में पोस्टर चिपकाया गया था, और नहीं देने पर उसको और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी मिल रही थी, इसकी शिकायत उसने सीतारामडेरा थाना पुलिस से भी की थी, और अपने स्तर से मामले की जांच करने के लिए कहा था, लेकिन वहीं केस दर्ज करने से भी रवि अग्रवाल ने पुलिस को मना किया था.रवि अग्रवाल ने कहा था कि इन्ही बदमाशों ने ही रंगदारी नहीं देने पर अपराधियों ने फायरिंग की जिसमे उसकी पत्नी की जान चली गई.
रवि अग्रवाल ने पुलिस को इस तरह बरगलाने की कोशिश की
रवि अग्रवाल ने पुलिस को बयान में बताया था कि वो पूरे परिवार यानी पत्नी और अपनी दो बेटियों के साथ पंजाब होटल खाना खाये गये और लौटने के दौरान उन्हे उल्टी हो रही थी, जिसको बाद उन्होने उल्टी करने के लिए होटल टेंथ माइल स्टोन एनएच 33 के पास कार रोकर निकले, जैसे ही उन्होने कार का दरवाजा खोलकर उल्टी करने के लिए झुके वैसे ही बाईक से दो अपराधी आये और उनपर फायरिंग करने लगे, लेकिन उनके झुकने की वजह से गोली उनकी पत्नी ज्योति अग्रवाल के सिर में लग गई, वहीं खून से लथपथ अपनी पत्नी को लेकर वो टीएमएच अस्पताल पहुंचे, जहां ज्योति को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
पुलिस ने इस तरह उठाया राज से पर्दा
जब पुलिस ने टीम गठित कर मामले की जांच शुरु की, तो इस बात का खुलासा हुआ कि ज्योति अग्रवाल और उनके पति रवि अग्रवाल के बीच कई सालों से अनबन चल रही थी, और इसी लेकर रवि अग्रवाल कई बार ज्योति की हत्या की कोशिश कर चुका है, लेकिन कामयाब नहीं हुआ था, लेकिन इस बार उसने ज्योति को मौत के घाट उतार दिया.वहीं इस मामले में पुलिस ने एक अप्रैल को ज्योति के पति रवि अग्रवाल सहित पंकज कुमार सहानी,रोहित कुमार दुबे और मुकेश मिश्रा को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा था, वहीं इनके पास से एक पिस्टल और दो मोबाइल भी बरामद किया था, वहीं आज गुरुवार को पुलिस ने फरार चल रहे दो आरोपियों को भी गिरफ्तार कर ने में सफलता हासिल की है.
रवि ने ज्योति को मारने के लिए 16 लाख रुपयों की सुपारी दी थी
वहीं पुलिस ने ये भी खुलासा किया कि रवि ने पहले से ही ज्योति को मारने के लिए 16 लाख रुपयों की सुपारी मुकेश मिश्रा और उसके अन्य चार साथियों को देने की डिल हुई थी, आरोपी रवि अग्रवाल ने पुलिस के पूछताछ में बताया कि पेशगी के तौर शूटरों को तीन लाख दिये गये थे, वहीं बाकी के पैसे हत्या के बाद देने की बात हुई थी.खाना खाने तक सबकुछ रवि के प्लान के मुताबिक ही चल रहा था, जैसे ही सभी कांदरबेड़ा और वेव इंटरनेशनल होटल के बीच एनएच 33 पहुंचे घर लौटने के दौरान शातिर शूटरों ने ज्योति की कनपटी से बंदूक सटाकर शूट कर दिया, जिससे ज्योति की मौत हो गई.
रवि अग्रवाल ने इससे पहले भी कई कर मारने की कोशिश किया था
वहीं सरायकेला पुलिस ने इस मामले में ये भी खुलासा किया कि रवि अग्रवाल और ज्योति अग्रवाल के बीच सबकुछ सही नहीं चल रहा था, दोनों के बीच आये दिन विवाद होता था, जिसको लेकर रवि अग्रवाल अपनी पत्नी से पीछा छुड़ाना चाहता था, और कई बार ज्योति को मारने की साजिश रच चुका था, लेकिन वो कामयाब नहीं पाता था, लेकिन इस बार वो सफल हो गया.पति के हत्यारे बनने की इस घटना से पूरे जमशेदपुर शहर में सनसनी फैल गई, लेकिन इतनी जल्दी हत्या के बड़े मामले का खुलासा सरायकेला पुलिस ने कर दिया, जो काबिले तारीफ है.
रिपोर्ट-वीरेंद्र मंडल