टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-रांची के बरियातू थाना क्षेत्र में स्थित रिम्स परिसर में गुरुवार सुबह हॉस्टल नंबर पांच के बाहर एक अधजली लाश मिली, जो जूनियर डॉक्टर मदन कुमार की थी. डॉक्टर की मौत एक पहेली की तरह बन गई है, आखिर उन्होंने खुद खुदकुशी की या फिर किसी ने हत्या तमिलनाडु के इस डॉक्टर की कर डाली. इसे लेकर तमाम तरह के सवाल उठ रहे हैं. रिम्स के जूनियर डॉक्टरों ने तो आत्महत्या मानने से इंकाकर दिया औऱ इसे हत्या करार दे रहे हैं. पुलिस भी सभी एंगल से इसकी जांच कर रही है कि आखिर मौत की वजह क्या है.
डॉक्टर के मौत का पता लगा रही पुलिस
रांची के सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने इस वारदात के बारे में बताया कि गुरुवार की सुबह पांच बजकर 40 मिनट पर रिम्स के हॉस्टल में रहने वाले छात्र मदन कुमार के गिरने की आवाज आई. कमरा नंबर 8 में रहने वाले छात्र हॉस्टल के पिछले हिस्से में गये तो देखा कि मदन कुमार नीचे गिरे हुए हैं और उनके शरीर में आग लगी हुई है. हालांकि, जिस वक्त जूनियर डॉक्टर मदन गिरे थे, तो इस दौरान उनकी मौत हो गयी थी. इस घटना की सूचना पर एसएसपी, सीटी एसपी औऱ सदर डीएसपी मौके पर पहुंचे. इसके साथ ही डाग स्क्वॉयड और एफएसएल की टीम को मौके पर बुलाया गया था. फिलहाल अभी तक मौत की असली वजह का पता नहीं लग सका है . पुलिस डॉक्टर मदन के मोबाइल के कॉल का डिटेल भी निकाल रही है और मामले की जांच के लिए एसआइटी का गठन भी किया है. एसएसपी चंदन सिन्हा भी हत्या से इंकार नहीं करते हैं उनकी नजर में जिस हालात में शव मिला इस लेकर दोनों बिंदुओं पर पुलिस जांच कर रही है और जल्द ही इसकी वजहों की तलाश कर ली जाएगी.
मां की बीमारी से परेशान थे डॉक्टर मदन
डाक्टर मदन के सहपाठियों से पूछताछ के दौरान ये भी बाते सामने आई कि उनकी मां किसी बीमारी से ग्रसित थी. लिहाजा, इसे लेकर जूनियर डॉक्टर मदन काफी परेशान रहा करते थे. इसे लेकर बार-बार छुट्टी लेकर तमिलनाडु भी वे जाया करते थे. कुछ दिन पहले ही दस दिन की छुट्टी बीताकर घर से भी लौटे थे. बताया जा रहा है कि छुट्टी खत्म होने के बाद मदन अपने वार्डन को फोन किया और रोने लगे. उन्होंने बताया था कि उनकी मां की स्थिति ठीक नहीं है. तब वार्डन ने कुछ दिन अपने घर में ही रुकने की हिदायत मदन को दी थी. छुट्टी बिताने के बाद कुछ दिन पहले ही वे तमिलनाडु से रिम्स हॉस्टल आए थे.
खुदखुशी की आशंका
शुरुआती जांच में मालूम पड़ा है कि डॉक्टर मदन कुमार हॉस्टल की छत पर आग की चपेट में आ गये थे . छत में अलकतरा का लेप मिला था, लिहाजा, डॉक्टर के पैर के निशान छत पर आ गया था . इससे ही अनुमान लगाया गया कि आग लगने के बाद डॉक्टर छत से नीचे गिरे. फिलहाल पुलिस के लिए जूनियर डॉक्टर मदन की मौत एक रहस्य बनी हुई है. इसे लेकर एसआईटी का गठन किया गया है . अगर ये खुदखुशी नहीं है, तो फिर तमिलनाडु निवासी इस डॉक्टर की हत्या किसने की होगी . क्या इस मौत के पीछे कुछ अलग कहानी है या फिर तनाव के चलते डॉक्टर मदन ने खुद को आग लगाकर छत से कूदकर जान दे दी है.